पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला: ‘अर्बन नक्सली और टुकड़े-टुकड़े गैंग के हाथों में है पार्टी की बागडोर’
महाराष्ट्र: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के वर्धा में आयोजित एक जनसभा में कांग्रेस पर तीखे हमले किए। उन्होंने पार्टी पर आरोप लगाया कि वह अब उस कांग्रेस से बिल्कुल अलग हो गई है, जिसे महात्मा गांधी जैसे महान नेता ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान सशक्त किया था। पीएम मोदी ने कहा कि आज की कांग्रेस देशभक्ति की भावना से पूरी तरह से दूर हो चुकी है और उसमें “नफरत का भूत” घर कर गया है। उन्होंने दावा किया कि पार्टी अब टुकड़े-टुकड़े गैंग और अर्बन नक्सलियों के हाथों में खेल रही है, जो देश की एकता और अखंडता के खिलाफ काम कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कांग्रेस नेताओं के विदेश में दिए गए बयानों पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पार्टी के कुछ नेताओं ने अपने विदेशी दौरों के दौरान भारत के खिलाफ बयानबाजी करके देश की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस के नेता विदेशों में भारत विरोधी एजेंडा फैला रहे हैं, जो न केवल देश की राजनीति बल्कि उसके भविष्य के लिए भी खतरनाक है। हालांकि, पीएम मोदी ने सीधे तौर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम नहीं लिया, जो हाल ही में अमेरिका में आरक्षण प्रणाली को खत्म करने के अपने बयान के चलते विवादों में घिरे हुए हैं। पीएम मोदी ने इशारों में ही इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं का यह रवैया उनके देश विरोधी दृष्टिकोण को स्पष्ट करता है।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कांग्रेस पर और भी कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पार्टी के नेताओं को देश की समृद्धि और विकास की चिंता नहीं है, बल्कि वे सत्ता में बने रहने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि कांग्रेस अब महज एक परिवार की पार्टी बनकर रह गई है, जिसका मुख्य उद्देश्य सिर्फ अपनी सत्ता और परिवारवाद को बचाए रखना है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस का उद्देश्य न केवल भारत की आर्थिक प्रगति को रोकना है, बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी नुकसान पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का नेतृत्व अब देश विरोधी विचारधाराओं से प्रभावित हो चुका है और वह अपने ही देश के खिलाफ षड्यंत्र कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में पीएम विश्वकर्मा योजना की भी चर्चा की, जिसके एक साल पूरे होने के उपलक्ष्य में यह जनसभा आयोजित की गई थी। उन्होंने बताया कि यह योजना देश के कारीगरों और दस्तकारों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई थी और अब तक इसके तहत लाखों लोगों को लाभ पहुंचाया जा चुका है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब देश की जनता के हितों की बात आती है, तो कांग्रेस हमेशा अपने राजनीतिक स्वार्थों को प्राथमिकता देती है और जनता के कल्याण के लिए उठाए गए कदमों की अनदेखी करती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर यह भी आरोप लगाया कि वह जनता की समस्याओं का समाधान करने के बजाय उन्हें और उलझाने में लगी रहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नकारात्मक राजनीति और समाज को विभाजित करने की रणनीति अपनाती है, जबकि भाजपा का उद्देश्य देश को एकजुट करके आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं का असली चेहरा अब देश की जनता के सामने आ चुका है और लोग यह समझ चुके हैं कि पार्टी केवल अपने स्वार्थों के लिए काम करती है।
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि कांग्रेस अब अपने अस्तित्व के संकट से जूझ रही है और उसने अपना नैतिक आधार खो दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी में अब ऐसी कोई विचारधारा नहीं बची है, जो देश को सही दिशा में ले जा सके। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस अब देश विरोधी तत्वों के साथ मिलकर काम कर रही है और उसका उद्देश्य केवल देश को कमजोर करना है। उन्होंने कहा कि देश की जनता कांग्रेस की इस राजनीति को समझ चुकी है और वह अब ऐसी पार्टी को समर्थन नहीं देगी, जो देश के खिलाफ काम कर रही हो।
अपने संबोधन के अंत में पीएम मोदी ने कांग्रेस के नेतृत्व को चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनमें देशभक्ति की जरा भी भावना बची है, तो वे अपने नेताओं के देशविरोधी बयानों की निंदा करें और स्पष्ट करें कि वे किसके साथ खड़े हैं – देश की जनता के साथ या उन तत्वों के साथ जो देश को बांटना चाहते हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि वे ऐसी पार्टियों को पूरी तरह नकार दें, जो देश के हितों को दरकिनार करके सिर्फ अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए काम कर रही हैं।
पीएम मोदी का यह भाषण न केवल कांग्रेस पर तीखा प्रहार था, बल्कि भाजपा की आगामी चुनावी रणनीति की भी झलक थी। उन्होंने अपने भाषण में जहां एक ओर कांग्रेस को निशाने पर लिया, वहीं दूसरी ओर भाजपा की उपलब्धियों और विकास के एजेंडे को भी सामने रखा। इससे यह स्पष्ट होता है कि भाजपा आगामी चुनावों में कांग्रेस की नकारात्मक राजनीति और विकास विरोधी नीतियों को प्रमुख मुद्दा बनाकर जनता के बीच जाएगी। कांग्रेस के लिए यह चुनौतीपूर्ण समय है और उसे अपने राजनीतिक अस्तित्व को बचाने के लिए अब एक नई रणनीति बनानी होगी, क्योंकि पीएम मोदी के इस आक्रामक रवैये ने पार्टी को एक कठिन स्थिति में ला खड़ा किया है।