पीएम मोदी ने की सीजेआई चंद्रचूड़ के आवास पर गणपति बप्पा की पूजा
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज विशेष अवसर पर भारत के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के आवास पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान गणेश का विधिपूर्वक दर्शन और पूजन किया। यह अवसर गणेशोत्सव का था, जो भारतीय संस्कृति में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन चतुर्थी तिथि पर किया गया, जिसकी शुरुआत 7 सितंबर से हुई थी। खास बात यह है कि गणेशोत्सव महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों में बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है, और प्रधानमंत्री मोदी के इस धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने से इसका महत्व और बढ़ गया है।
सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी के इस पूजा-पाठ की तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं। इन तस्वीरों को प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं अपने आधिकारिक एक्स पूर्व में ट्विटर हैंडल पर साझा किया। यह पोस्ट कुछ ही समय में व्यापक रूप से प्रसारित हो गया और हजारों लाइक्स और प्रतिक्रियाएं मिलीं, जिससे पता चलता है कि प्रधानमंत्री का यह कदम जनता के दिलों को छूने वाला था।
इस विशेष पूजा में प्रधानमंत्री मोदी पारंपरिक महाराष्ट्रियन वेशभूषा में नजर आए। उन्होंने सफेद टोपी, सदरी, और पटका पहना हुआ था, जो महाराष्ट्र की संस्कृति का प्रतीक है। वहीं, चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ हल्दी रंग का कुर्ता पहने हुए थे और उनकी पत्नी कल्पना दास ने लाल रंग की साड़ी पहनी थी। इस पूजा में धार्मिक विधियों का संचालन एक पुरोहित द्वारा किया गया, जिससे यह अनुष्ठान और भी पवित्र हो गया। प्रधानमंत्री और चीफ जस्टिस एक साथ भगवान गणेश की पूजा करते हुए देखे गए, जो भारतीय संस्कृति की धार्मिक भावना और एकता का संदेश दे रहा था।
गणेशोत्सव भारतीय पंचांग के अनुसार भाद्रपद महीने की चतुर्थी तिथि से शुरू होता है और यह 10 दिनों तक चलता है। इस दौरान भगवान गणेश की मूर्तियों को घरों और पंडालों में स्थापित कर उनकी पूजा की जाती है। महाराष्ट्र और कर्नाटक में इस पर्व को विशेष धूमधाम से मनाया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी का चीफ जस्टिस के आवास पर जाकर गणेश की आराधना करना यह दिखाता है कि कैसे भारतीय संस्कृति और धर्म को उच्च पदस्थ नेता भी आत्मसात करते हैं।
चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का संबंध भी महाराष्ट्र की भूमि से गहरा जुड़ा हुआ है। उनका जन्म मुंबई में हुआ था और उन्होंने बॉम्बे हाईकोर्ट में वकालत शुरू की थी। इसके अलावा, वे मुंबई विश्वविद्यालय में विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं। उनके पिता वाईवी चंद्रचूड़ भी भारत के प्रधान न्यायाधीश रह चुके हैं, जो इस परिवार की न्यायपालिका में गहरी भूमिका को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ के आवास पर गणपति पूजन करना इस बात को भी दर्शाता है कि धर्म और संस्कृति के प्रति आस्था और श्रद्धा सत्तारूढ़ नेताओं के जीवन का अभिन्न हिस्सा है। यह आयोजन भारत की प्राचीन परंपराओं और सामाजिक बंधनों को मजबूत करता है और धार्मिक एकता और भारतीय संस्कृति की शक्ति को रेखांकित करता है।