अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत आज (रविवार को) पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 508 रेलवे स्टेशनों के रिडेवलपमेंट की आधारशिला रखी. बता दें कि इस प्रोजेक्ट पर 24 हजार 470 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. 2025 तक इन रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प करने का लक्ष्य है. अमृत भारत स्टेशन योजना (Amrit Bharat Station Yojana) के तहत इन 508 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प होने जा रहा है. ये स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं. बता दें कि पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 508 स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी. जान लें कि इन 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास का काम अगले 30 साल की जरूरतों को ध्यान में रखकर किया जाएगा. अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत स्टेशनों को सिटी सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा.
अमृत भारत स्टेशन योजना क्या है?
बता दें कि इस योजना का नाम अमृत भारत स्टेशन योजना है. इसके तहत भारत के करीब 1300 प्रमुख रेलवे स्टेशन अब अमृत भारत स्टेशन के तौर पर विकसित किए जाएंगे. आज 508 अमृत भारत स्टेशन का काम शुरू हो रहा है. इसमें करीब 24 हजार करोड़ खर्च होंगे. यूपी, राजस्थान के 55 रेलवे स्टेशन का कायाकल्प किया जाएगा. आज पूरी दुनिया की नजर भारत पर है वैश्विक स्तर पर भारत की साख बढ़ी है.
पीएमओ ने बताया था कि इस पुनर्विकास परियोजना की लागत 24,470 करोड़ रुपये होगी और इसके तहत यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। उसने बताया था कि स्टेशन भवनों का डिजाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा। पीएमओ ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी अक्सर अत्याधुनिक सार्वजनिक परिवहन के प्रावधान पर जोर देते हैं और रेलवे लोगों के लिए परिवहन का पसंदीदा साधन है।
उसने कहा था कि मोदी ने रेलवे स्टेशन पर विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के महत्व को प्राथमिकता दी है। पीएमओ के मुताबिक, प्रधानमंत्री के इस दृष्टिकोण के मद्देनजर 1,309 स्टेशन के पुनर्विकास के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना शुरू की गई है। उसने कहा कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत प्रधानमंत्री ने रविवार को 508 स्टेशन के पुनर्विकास कार्य की आधारशिला रखी।