“पीएम मोदी ने दिवाली पर कच्छ में जवानों के साथ मनाया उत्सव, मिठाई बांटकर बढ़ाया मनोबल”
गुजरात: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब से भारत की सत्ता संभाली है, उन्होंने हर वर्ष दिवाली का पावन पर्व भारतीय सेना के जवानों के साथ मनाने की परंपरा को बनाए रखा है। इस वर्ष भी, वे गुजरात के कच्छ में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों के बीच दिवाली मनाने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने न केवल जवानों का हौसला बढ़ाया, बल्कि अपने हाथों से उन्हें मिठाई खिलाकर उनके साथ इस त्योहार को साझा किया।
कच्छ में पीएम मोदी ने सर क्रीक क्षेत्र के लक्की नाला में तैनात जवानों के साथ दिवाली मनाई। यहां, उन्होंने बीएसएफ, सेना, नौसेना और वायु सेना के जवानों के साथ मिलकर इस खास दिन को उत्सव के रूप में मनाया। दिवाली पर जवानों के बीच जाकर उनका उत्साह बढ़ाना पीएम मोदी की एक महत्वपूर्ण परंपरा बन गई है, जो उनके प्रति जवानों की सच्ची श्रद्धांजलि है।
जब पीएम मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब भी उन्होंने दिवाली के इस विशेष अवसर पर जवानों के साथ त्योहार मनाया था। उनके इस प्रयास का उद्देश्य केवल सैनिकों के मनोबल को ऊंचा करना नहीं है, बल्कि यह दर्शाता है कि पीएम मोदी देश के सिपाहियों की सेवा और बलिदान को कितनी अहमियत देते हैं। इस बार भी, दिवाली के अवसर पर देशभर में उत्साह का माहौल बना हुआ है, लेकिन इस पर्व पर जवान अपनी जान पर खेलकर सीमाओं पर तैनात हैं, जो सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इसके अलावा, पीएम मोदी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए एक महत्वपूर्ण शपथ भी ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के आकाओं को यह बात समझ आ गई है कि भारत अब किसी भी आतंकवादियों को बख्शेगा नहीं।
प्रधानमंत्री बनने के बाद, पीएम मोदी ने सियाचिन की बर्फीली चोटी से लेकर कश्मीर के गुरेज सेक्टर, उत्तराखंड, और कारगिल तक, हर साल अलग-अलग स्थानों पर जवानों के साथ दिवाली मनाई है। इस तरह, 2014 में सियाचिन में मनाए गए पहले दिवाली के बाद से लेकर 2023 तक, उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में जवानों के साथ इस पर्व का जश्न मनाया है। यह एक बार फिर साबित करता है कि प्रधानमंत्री मोदी न केवल एक नेता हैं, बल्कि वह भारतीय जवानों के प्रति अपनी कृतज्ञता और सम्मान व्यक्त करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम भी हैं।