बजट सत्र में वित्त मंत्री की गैरमौजूदगी पर विपक्ष का हंगामा, वॉकआउट के बाद बढ़ा सियासी घमासान

रायपुर:  छत्तीसगढ़ विधानसभा में मंगलवार को बजट पर चर्चा के दौरान एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिला, जब वित्त मंत्री ओपी चौधरी की गैरमौजूदगी को लेकर विपक्ष ने नाराजगी जाहिर की और सदन से वॉकआउट कर दिया। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने वित्त मंत्री की अनुपस्थिति पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि जब बजट पर चर्चा हो रही है, तो स्वयं वित्त मंत्री का सदन में मौजूद रहना अनिवार्य है। उन्होंने इसे गंभीर विषय बताते हुए सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए और कहा कि बिना वित्त मंत्री की उपस्थिति के बजट चर्चा का कोई औचित्य नहीं है।

विपक्ष के विरोध के चलते सदन में माहौल गरमा गया और कांग्रेस विधायकों ने एक सुर में सरकार पर गैर-जिम्मेदाराना रवैया अपनाने का आरोप लगाया। नाराज विपक्षी सदस्यों ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे इस स्थिति में चर्चा जारी नहीं रख सकते और “हम भाषण देना नहीं चाहते” कहकर सदन से बाहर चले गए। इस अप्रत्याशित घटनाक्रम के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने स्थिति को संभालने के लिए सदन की कार्यवाही को पांच मिनट के लिए स्थगित कर दिया।

यह घटनाक्रम राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि बजट सत्र किसी भी सरकार के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है और विपक्ष इसे सरकार की नीतियों की समीक्षा करने तथा अपनी चिंताओं को उजागर करने के अवसर के रूप में देखता है। वित्त मंत्री की गैरमौजूदगी को लेकर विपक्ष के विरोध ने इस बहस को और तीव्र कर दिया कि क्या सरकार बजट सत्र को गंभीरता से ले रही है या नहीं। अब देखना यह होगा कि सरकार इस मुद्दे पर विपक्ष को कैसे जवाब देती है और आगामी दिनों में विधानसभा की कार्यवाही किस दिशा में आगे बढ़ती है