“ऑनलाइन गेमिंग की लत: बेटे ने मां के इलाज के पैसे गंवाए, डांट के बाद आत्महत्या”
चेन्नई : तमिलनाडु के चेन्नई से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 26 वर्षीय युवक ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली। इस दुखद घटना ने ऑनलाइन गेमिंग की लत और इसके घातक प्रभावों की गंभीरता को उजागर किया। रिपोर्ट्स के अनुसार, युवक ने अपनी कैंसर पीड़ित मां के इलाज के लिए जमा किए गए पैसे ऑनलाइन गेमिंग में बर्बाद कर दिए थे। परिजनों की नाराजगी और इसके बाद की मानसिक पीड़ा ने उसे आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाने पर मजबूर कर दिया।
युवक और उसके परिवार की पृष्ठभूमि
युवक चेन्नई के चिन्नामलाई इलाके की दूसरी गली में अपनी मां और छोटे भाई के साथ रहता था। उसके पिता का निधन आठ साल पहले हो चुका था। घर की जिम्मेदारी और एक अच्छे भविष्य की उम्मीदें उसके कंधों पर थीं। युवक ने कभी-कभी फूड बिजनेस किया, लेकिन स्थिर आय का साधन न होने की वजह से परिवार की आर्थिक स्थिति खराब थी।
ऑनलाइन गेमिंग की शुरुआत और लत
कोरोना महामारी के दौरान, जब पूरे देश में लॉकडाउन था, युवक ने समय बिताने के लिए ऑनलाइन गेमिंग की ओर रुख किया। धीरे-धीरे यह उसके लिए केवल मनोरंजन का साधन न रहकर एक लत बन गया। उसने ऑनलाइन रम्मी जैसे गेम्स में पैसे लगाना शुरू किया, जो अंततः उसके जीवन के सबसे बड़े संकट का कारण बन गया।
कैंसर पीड़ित मां के इलाज के पैसे बर्बाद
युवक की मां कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही थी। उन्होंने अपने इलाज के लिए मुश्किलों से 30,000 रुपये जुटाए थे। हालांकि, इस पैसे का दुरुपयोग करते हुए युवक ने इसे ऑनलाइन रम्मी में गवां दिया। जब यह बात उसकी मां और छोटे भाई को पता चली, तो उन्होंने उसे उसके गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार के लिए डांट लगाई।
घटना और आत्महत्या
परिजनों से मिली डांट से आहत होकर युवक शुक्रवार को घर छोड़कर चला गया। परिवार ने उसे रिश्तेदारों और दोस्तों के घर पर तलाशने की पूरी कोशिश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। अगले दिन शनिवार सुबह करीब साढ़े तीन बजे, उसके परिजनों ने घर की छत पर जाकर देखा। वहां का दृश्य देख वे स्तब्ध रह गए। युवक ने टीवी केबल की मदद से खुद को फांसी लगा ली थी।
पुलिस जांच और मामले का असर
घटना की जानकारी मिलते ही कोट्टुपुरम पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने आत्महत्या के कारणों और घटनाओं की पूरी श्रृंखला का पता लगाने के लिए गहन जांच शुरू कर दी है।
ऑनलाइन गेमिंग का खतरा
इस घटना ने ऑनलाइन गेमिंग की लत से होने वाले खतरों पर एक बार फिर प्रकाश डाला है। मनोरंजन और समय बिताने का यह साधन कई बार लत में बदल जाता है, जो न केवल व्यक्ति के जीवन बल्कि उसके पूरे परिवार के लिए घातक साबित हो सकता है।
परिवार का दर्द और समाज के लिए संदेश
इस घटना ने एक ऐसे परिवार को गहरे दुख में डाल दिया, जो पहले ही आर्थिक और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहा था। यह समाज के लिए एक सीख है कि किस प्रकार ऑनलाइन गेमिंग जैसी समस्याओं को समय रहते पहचानकर उनका समाधान करना बेहद जरूरी है। साथ ही, मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना और परिवारजनों से बातचीत और सहारा देना किसी भी ऐसी स्थिति को टालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
इस घटना ने यह स्पष्ट किया कि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और उनकी लत न केवल आर्थिक संकट पैदा कर सकती है, बल्कि जीवन को भी विनाश की ओर ले जा सकती है। इसका समाधान सामूहिक जागरूकता और सावधानी से ही संभव है।