मानसून प्रारंभ होते ही शहर में जल भराव की समस्या उत्पन्न हो रही है, पहली बारिश में ही पूरा शहर डबरा बन गया है नालों की सफाई के दावे झुठे साबित हो रहें हैं, बहुत ही दुखदः है कि पूरे गर्मी भर शहर की जनता जल संकट से जुझी है और अब पहली बारिश में ही जल भराव की समस्याओं से जुझ रही है। नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा शहर की जनता को भुगतना पड़ रहा है। जल से संबंधित अधिकारियों को यह भी ज्ञात नही है कि शहर के किस वार्ड में जल संकट है और ना ही वो जानना चाहते है। पानी टंकी की सफाई हुई है कि नही, टंकियों की हालत कैसी है इससे अधिकारियों को कोई मतलब नही है। महापौर अधिकारियों से काम लेने में पूरी तरीके से असफल साबित हुए है, क्या कारण है कि करोड़ो रू खर्चे करने के बावजूद जनता को भीषण गर्मी में जल संकट एवं बरसात में जल भराव की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जल भराव की समस्याओं से निपटने के लिए निगम की ओर से कोई सार्थक प्रयास नही किया जा रहा है, भाजपा पार्षद दल ने सभापति को लिखित में आग्रह किया है कि जल्द से जल्द सामान्य सभा आहूत की जावे जिससे समस्त जनप्रतिनिधि जनता की समस्या को सदन मे रख सकें। अधिकारियों को कुम्भकर्णी नींद से जगाने के लिए भाजपा पार्षद दल द्वारा महापौर एवं आयुक्त महोदय को पत्र लिखा गया है कि जल से संबंधित अधिकारी कर्मचारियों की बैठक बुलाकर चिंतन करें अन्यथा आने वाले समय में जल संकट एवं जल भराव की समस्या जस की तस रहेगी, जिसकी जिम्मेदारी सत्तापक्ष की होगी।
जल संकट एवं जल भराव के लिए अधिकारी जिम्मेदार..जनता त्रस्त महापौर मदमस्त -मीनल चौबे
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