उत्तर कोरिया की नई सैन्य चुनौती: अमेरिका-दक्षिण कोरिया युद्धाभ्यास के विरोध में दागी कई बैलिस्टिक मिसाइलें
सियोल : उत्तर कोरिया ने एक बार फिर अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करते हुए अपने पश्चिमी तट से कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं। यह प्रक्षेपण ऐसे समय हुआ है जब अमेरिका और दक्षिण कोरिया की सेनाओं ने क्षेत्र में संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू किया है, जिसे उत्तर कोरिया पहले भी अपनी सुरक्षा के लिए खतरा बताता रहा है। दक्षिण कोरियाई सेना ने इस मिसाइल परीक्षण की पुष्टि की है
हालांकि मिसाइलों की सटीक संख्या और उनकी क्षमताओं को लेकर विस्तृत जानकारी साझा नहीं की गई है। उत्तर कोरिया लंबे समय से ऐसे युद्धाभ्यासों पर नाराजगी जताता रहा है और इसे अपनी संप्रभुता के खिलाफ उकसावे की कार्रवाई मानता है। पिछले कुछ वर्षों में उत्तर कोरिया ने कई बार मिसाइल परीक्षण किए हैं, जिनमें उसकी बैलिस्टिक मिसाइल क्षमताओं में लगातार वृद्धि देखी गई है।
इस ताजा प्रक्षेपण को भी उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन की क्षेत्र में शक्ति संतुलन बनाए रखने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम अमेरिका और दक्षिण कोरिया को संदेश देने के लिए उठाया गया है कि उत्तर कोरिया अपने सैन्य हितों से कोई समझौता नहीं करेगा। इस घटना के बाद से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव और बढ़ सकता है, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता पर भी प्रभाव पड़ने की संभावना है।