“नितिन गडकरी ने ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे का किया बचाव, महाराष्ट्र चुनाव में महायुति की जीत का जताया विश्वास”
मुंबई: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसमें उन्होंने योगी आदित्यनाथ के विवादास्पद “बटेंगे तो कटेंगे” नारे का बचाव किया। गडकरी ने इस बयान के माध्यम से स्पष्ट किया कि इस नारे का उद्देश्य किसी समुदाय को बांटना या हिंसा को बढ़ावा देना नहीं है, बल्कि यह नारा देश के दुश्मनों और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता को बढ़ावा देने के लिए है। उन्होंने कहा कि यह नारा आतंकवाद और उन ताकतों के खिलाफ खड़ा होने के लिए है जो देश की एकता और अखंडता को खतरे में डालने की कोशिश कर रहे हैं।
गडकरी ने कहा, “हमारी पूजा पद्धति अलग हो सकती हैं, कुछ लोग मंदिर जाते हैं, कुछ मस्जिद, तो कुछ गिरिजाघर। लेकिन आखिरकार, हम सब भारतीय हैं। हमें इस नारे का गलत मतलब नहीं निकालना चाहिए। यह नारा किसी को बांटने के लिए नहीं है, बल्कि हमें एकजुट होने और आतंकवाद, देश के दुश्मनों के खिलाफ खड़ा होने के लिए प्रेरित करता है।” उनका यह बयान उस समय आया जब कुछ विपक्षी नेताओं ने इस नारे का विरोध किया था और इसे सांप्रदायिक रूप से विभाजनकारी करार दिया था।
गडकरी ने आगे कहा कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन की सरकार सत्ता में वापसी करेगी। उनका दावा था कि राज्य में सत्ता के लिए एकजुट महायुति गठबंधन की ओर से जो कार्य किए गए हैं, उससे लोग संतुष्ट हैं और आगामी चुनाव में वह इस गठबंधन की वापसी देखेंगे। उनका यह बयान महाराष्ट्र की राजनीतिक हलचल को ध्यान में रखते हुए आया है, जिसमें राज्य के चुनावी परिदृश्य में कई दलों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा हो रही है।
गडकरी का यह बयान यह दर्शाता है कि वह महायुति गठबंधन की जीत को लेकर आश्वस्त हैं और इस बयान के माध्यम से उन्होंने विरोधी दलों को भी यह संदेश दिया कि सत्ता में वापसी के लिए उनका गठबंधन पूरी तरह से तैयार है।
