इस्राइल-हिजबुल्ला संघर्ष में नया मोड़: शीर्ष कमांडर और नेताओं के साथ नसरल्लाह की बेटी की मौत की खबर ने बढ़ाई तनाव की स्थिति
बेरूत: लेबनान और इस्राइल के बीच चल रहे तनावपूर्ण संघर्ष में एक नया अध्याय जुड़ गया है, जहां इस्राइली हवाई हमलों के दौरान हिजबुल्ला के शीर्ष नेता हसन नसरल्लाह की बेटी जैनब नसरल्लाह की मौत की खबरें सामने आई हैं। हालाँकि, इस खबर की आधिकारिक पुष्टि अभी तक इस्राइली सेना, हिजबुल्ला, या लेबनान सरकार की ओर से नहीं की गई है। इस्राइली चैनल 12 ने जैनब की मौत की सूचना दी, जिसके बाद से दोनों पक्षों के बीच संघर्ष और बढ़ने की आशंका है।
शुक्रवार को इस्राइली सेना ने लेबनान के दक्षिणी बेरूत क्षेत्र में हिजबुल्ला के ठिकानों पर व्यापक हवाई हमले किए। इन हमलों का निशाना हिजबुल्ला के मुख्यालय और उन इमारतों को बनाया गया था, जिनके बारे में इस्राइल का दावा था कि वे हिजबुल्ला के लड़ाकों द्वारा इस्तेमाल की जा रही हैं। हमलों के बाद कई ऊंची इमारतें जमींदोज हो गईं, और लेबनान के कुछ इलाकों में भारी बर्बादी हुई है।
हिजबुल्ला के प्रमुख नेताओं की मौत
इन हमलों में हिजबुल्ला के मिसाइल यूनिट के प्रमुख मोहम्मद अली इस्माइल, डिप्टी हुसैन अहमद इस्माइल, और मिसाइल एवं रॉकेट फोर्स के प्रमुख मोहम्मद कबीसी सहित कई अन्य शीर्ष कमांडरों की मौत हो चुकी है। हिजबुल्ला की मुख्य ताकत को कमजोर करने की इस्राइली रणनीति को लेकर लेबनान और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में खलबली मची हुई है। नसरल्लाह की बेटी जैनब की संभावित मौत की खबर से स्थिति और भी नाजुक हो गई है।
हिजबुल्ला के लिए भावनात्मक आघात
हसन नसरल्लाह की बेटी जैनब, हिजबुल्ला के प्रति अपनी गहरी निष्ठा और बलिदान की भावना के लिए जानी जाती थीं। उनके भाई हादी नसरल्लाह की 1997 में इस्राइली हमलों में मौत के बाद, जैनब ने सार्वजनिक रूप से इस घटना पर बात की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके माता-पिता ने एक भी आंसू नहीं बहाया और हादी की शहादत को गर्व और सम्मान के साथ स्वीकार किया। जैनब का परिवार उनके बलिदान को हमेशा एक महान आदर्श के रूप में देखता रहा है। अब जैनब की संभावित मौत से हिजबुल्ला के भावनात्मक ढांचे पर गहरा असर पड़ सकता है, जिससे संगठन की आगे की कार्रवाई और रणनीति पर प्रभाव पड़ने की संभावना है।
इस्राइल की चेतावनी और हमले
इस्राइल की ओर से लेबनान के नागरिकों को पहले ही कई इमारतों को खाली करने की चेतावनी दी गई थी, क्योंकि उन इमारतों को हिजबुल्ला के ठिकानों के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था। इन हमलों का मुख्य उद्देश्य हिजबुल्ला के शीर्ष नेता हसन नसरल्लाह को निशाना बनाना था। हालांकि, इस्राइली सेना ने इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है कि वे नसरल्लाह को निशाना बना रहे थे या नहीं।
संघर्ष का अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव
इस्राइल और हिजबुल्ला के बीच बढ़ते तनाव का असर पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र पर देखा जा सकता है। अमेरिका और अन्य अंतर्राष्ट्रीय शक्तियों की ओर से कड़ी निगरानी की जा रही है। इस संघर्ष में हिजबुल्ला के शीर्ष नेताओं और नसरल्लाह की बेटी की संभावित मौत से दोनों पक्षों के बीच संघर्ष और गहरा हो सकता है, जिससे मध्य पूर्व में स्थिरता को और भी गंभीर खतरा पैदा हो सकता है।