पीवी सिंधू और लक्ष्य सेन की नई शुरुआत: आर्कटिक ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में वापसी
वंता (फिनलैंड): भारत के बैडमिंटन सितारे, पीवी सिंधू और लक्ष्य सेन, अपनी ओलंपिक निराशा के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लौटने के लिए तैयार हैं। दोनों खिलाड़ी मंगलवार से शुरू हो रहे आर्कटिक ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगे। यह उनके लिए ओलंपिक के बाद का पहला टूर्नामेंट होगा, जहां वे अपने खेल की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए की गई मेहनत को प्रदर्शित करेंगे।
इस बीच, सिंधू ने अपने पिछले कोच, इंडोनेशिया के एगस ड्वी सैंटोसो से अलग होकर भारतीय कोच अनूप श्रीधर और कोरियाई दिग्गज ली स्यून इल को अपना नया कोच नियुक्त किया है। इस बदलाव से उनके खेल में नयापन और सुधार की उम्मीद की जा रही है। वहीं, लक्ष्य सेन ने अपनी फिटनेस पर विशेष ध्यान दिया है और ऑस्ट्रिया के रेड बुल एरेना में बिताए गए समय के बाद लौटकर अपनी शानदार फिटनेस का प्रदर्शन करने को तत्पर हैं।
आर्कटिक ओपन में, सिंधू का पहला मुकाबला कनाडा की मिशेल ली से होगा, जबकि लक्ष्य सेन का सामना डेनमार्क के रासमस गेम्के से होगा। सिंधू अगर मिशेल के खिलाफ जीत हासिल करती हैं, तो अगले दौर में उनकी भिड़ंत 2022 की जूनियर विश्व चैंपियन, जापानी खिलाड़ी टोमाको मियाज़ाकी से हो सकती है, जिनसे वह इस साल स्विस ओपन में हार चुकी हैं। वहीं, लक्ष्य सेन भी गेम्के के खिलाफ अपने पिछले मुकाबले का बदला लेने के लिए तैयार हैं, जहां वह 2023 के इंडिया ओपन में हार गए थे।
चोट के कारण चार महीने तक प्रतियोगिताओं से दूर रहने वाले किदांबी श्रीकांत भी आर्कटिक ओपन में चुनौती पेश करेंगे। वह क्वालीफायर में हमवतन किरण जॉर्ज और सतीश कुमार करुणाकरण के साथ अपनी यात्रा शुरू करेंगे। क्वालीफायर में श्रीकांत का मुकाबला जॉर्ज से होगा, जबकि सतीश का सामना फ्रांस के अरनॉड मर्कले से होगा।
महिला एकल में सिंधू के अलावा, फॉर्म में चल रही मालविका बंसोड़ और आकर्षी कश्यप भी अपनी चुनौती पेश करेंगी। मालविका का पहले दौर में चीनी ताइपे की सुंग शुओ युन से मुकाबला होगा, जबकि आकर्षी का सामना जर्मनी की यवोन ली से होगा। इसके अतिरिक्त, उन्नति हुडा क्वालीफायर में इज़राइल की हेली नीमन से भिड़ेंगी।
हालांकि, पुरुष युगल में कोई भारतीय खिलाड़ी भाग नहीं ले रहा है, लेकिन महिला युगल में रितुपर्णा पांडा और स्वेतापर्णा पांडा, और मिश्रित युगल में सतीश और आद्या वरियाथ अपनी चुनौती पेश करेंगे।
यह आर्कटिक ओपन सिंधू और सेन के लिए एक महत्वपूर्ण मौका है, जहां वे अपनी तैयारी, समर्पण और खेल के प्रति अपनी निष्ठा को साबित कर सकते हैं। उनके साथ-साथ अन्य भारतीय खिलाड़ियों की सहभागिता भारतीय बैडमिंटन की मजबूती को दर्शाती है और आने वाले समय में इनकी प्रगति को भी दिखाएगी।