सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर हमारे बीच नहीं रहीं
नई दिल्ली :- सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर हमारे बीच नहीं रहीं। उनका आज मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया।
92 वर्षीय लता मंगेशकर को कोरोना संक्रमण और निमोनिया से पीडि़त होने के बाद 8 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर, 1929 को इंदौर में हुआ था। वह भारत की सबसे लोकप्रिय और आदरणीय गायिका थीं। लता जी ने लगभग तीस से ज्यादा भाषाओं में फ़िल्मी और गैर-फ़िल्मी गाने गाये हैं लेकिन उनकी मुख्य पहचान भारतीय सिनेमा में एक पार्श्वगायिका के रूप में रही है।
उन्हें वर्ष 2001 में भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया गया था।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेकैंया नायडु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
राष्ट्रपति ने कई ट्वीट में कहा है कि लता जी का निधन उनके लिए हृदय विदारक है। उन्होंने कहा कि लताजी जैसा कलाकार शताब्दियों में एक बार जन्म लेता है। वे उनसे जब भी मिले वे गर्मजोशी से भरी मिलीं। उन्होंने कहा कि लताजी एक असाधारण शख्सियत थीं।
राष्ट्रपति ने लता मंगेशकर के परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की। उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू ने अपने ट्वीट संदेश में कहा है कि वे भारतीय सिनेमा की कोकिला और महान गायिका लता मंगेशकर के निधन से अत्यंत दुखी हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने लताजी के निधन से अपनी वह मधुर आवाज खो दी है जिसने दशकों तक भारत और पूरी दुनिया में संगीत प्रेमियों को मंत्रमुग्ध किया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि लताजी के गीतों ने कई तरह की भावनाओं को उकेरा। उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्म जगत के बदलावों को करीब से देखा। फिल्मों से परे वे हमेशा भारत के विकास के बारे में भावुक थीं। वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थीं।
मोदी ने कहा कि उन्हें हमेशा लता दीदी से अपार स्नेह मिला जिसके लिए वे सम्मानित महसूस करते हैं। लता मंगेशकर के साथ उनकी बातचीत हमेशा अविस्मरणीय रहेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि लताजी के निधन से उन्हें जो दुख पहुंचा है उसे वे शब्दों में बयां नहीं कर सकते।
मोदी ने उनके परिवार से बातचीत की और अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि लताजी के जाने से जो खालीपन आया है उसे भरा नहीं जा सकता। आने वाली पीढियां उन्हें भारतीय संस्कृति की वाहक के रूप में हमेशा याद रखेंगी।
गृह मंत्री अमित शाह ने अपने शोक संदेश में कहा है कि लताजी ने अपनी मधुर और मंत्रमुग्ध करने वाली आवाज से न केवल भारत में बल्कि दुनियाभर में हर पीढी को भारतीय संगीत की मिठास से भर दिया। संगीत की दुनिया में उनके योगदान को शब्दों में बयां करना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि लताजी का निधन उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उन्हें लताजी का संगीत बहुत प्रिय है, जब भी समय मिलता है वे उनके गाये गीत सुनते हैं। गडकरी ने कहा कि ईश्वर दिंवगत आत्मा को शांति प्रदान करे और परिजनों को दुख की घडी में शक्ति दे।लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य नेताओं ने स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि लता मंगेशकर हर संगीत प्रेमी के दिल में बसती हैं। उनका निधन संपूर्ण कला जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने शोक संदेश में कहा है कि लताजी की मधुर आवाज हमेशा प्रशंसकों के दिलों में गूंजती रहेगी। उन्होंने लताजी के परिवार, मित्रों और प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा है कि लताजी के निधन से भारत में संगीत के एक युग का अंत हो गया है।
केंद्र सरकार ने लता मंगेशकर के सम्मान में दो दिन के राजकीय शोक का फैसला किया है। इस दौरान देशभर में राष्ट्रीय ध्वज झुका रहेगा और मनोरंजन के कार्यक्रम नहीं होंगे।
लता मंगेशकर ने आकाशवाणी को दिए एक साक्षात्कार में बताया था कि नूरजहां उन्हें बहुत पसन्द है। उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें नूरजहां के साथ गाने का अवसर कैसे मिला।
सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि लता जी की जादुई आवाज अमर रहेगी और हर जगह गूंजती रहेगी, चाहे वे देश की सीमाएं हों या प्रार्थनाएं ।