मुंबई विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में डिजिलॉकर सुविधा का उपयोग करने में प्रथम स्थान पर है

मुंबई विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में डिजिलॉकर सुविधा का उपयोग करने में प्रथम स्थान पर है। पिछले सात वर्ष में केवल मुंबई विश्वविद्यालय ने 12 लाख से अधिक उपाधियां और प्रमाण-पत्र डिजिलॉकर में अपलोड किये।

राज्य के सभी विश्वविद्यालय अब तक 24 लाख से अधिक उपाधियां और प्रमाण-पत्र डिजिलॉकर में भेज चुके हैं। मुंबई विश्वविद्यालय परीक्षा और मूल्यांकन बोर्ड के निदेशक डॉक्टर विनोद पाटिल ने बताया कि दूसरे चरण में पिछले पांच वर्ष की पांच लाख उपाधियों और प्रमाण-पत्रों को डिजिलॉकर में भेजने की योजना है।

विश्वविद्यालय ने सूचित किया है कि छात्र अपने आधार कार्ड और मोबाइल नम्बर का उपयोग करके डिजिलॉकर की वेबसाइट-https://www.digilocker.gov.in/dashboard पर लॉग इन कर सकते हैं। वे परीक्षा के क्रमांक, अपने पूरे नाम और परीक्षा वर्ष का उपयोग कर अपनी उपाधियों और प्रमाण-पत्र की खोज कर सकते हैं।