मुंबई: आभूषण की दुकान से 1.91 करोड़ की लूट करने वाला आरोपी एमपी में धर दबोचा गया

मुंबई :  महाराष्ट्र में मुंबई की एक आभूषण की दुकान में 1.91 करोड़ रुपये की लूट के मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले के एक फार्महाउस में छापेमारी के दौरान की गई। आरोपी विनोद लखन पाल, जो उत्तर प्रदेश का निवासी है, ने यह लूट अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर 29 दिसंबर को अंजाम दी थी। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी थी।

लूट की यह घटना मुंबई के अग्रीपाड़ा इलाके में स्थित सात रास्ता क्षेत्र की एक प्रसिद्ध आभूषण की दुकान में हुई। विनोद और उसके साथी ने ग्राहक बनकर दुकान में प्रवेश किया और बंदूक व चाकू के बल पर दुकान के मालिक और कर्मचारियों को बंधक बना लिया। इसके बाद उन्होंने सभी के साथ मारपीट की और कुल 1.91 करोड़ रुपये के सोने और चांदी के आभूषण लेकर फरार हो गए। दुकान के मालिक ने घटना की शिकायत तुरंत पुलिस में दर्ज कराई, जिसके बाद अग्रीपाड़ा पुलिस स्टेशन में इस लूटपाट के लिए मामला दर्ज किया गया।

पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त जांच टीम ने इस मामले को सुलझाने में हरसंभव प्रयास किया। जांच के दौरान घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को बारीकी से खंगाला गया, जिसके आधार पर पुलिस को तकनीकी साक्ष्य प्राप्त हुए। इन साक्ष्यों के आधार पर विनोद की लोकेशन का पता चला, जो मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले के एक फार्महाउस में छिपा हुआ था। क्राइम ब्रांच की टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद से वहां छापेमारी की और मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि लूट के दौरान विनोद और उसके साथी ने दुकान मालिक और कर्मचारियों को डराने-धमकाने के लिए बेहद हिंसक तरीका अपनाया था। उन्होंने न केवल उन्हें बंदूक दिखाकर धमकाया, बल्कि उनके हाथ-पैर भी बांध दिए थे। इसके बाद आराम से आभूषण लेकर मौके से फरार हो गए थे।

इस सफलता के साथ मुंबई पुलिस और क्राइम ब्रांच ने यह साबित कर दिया कि उनकी तकनीकी और अनुसंधान क्षमताएं अपराधियों को ढूंढ निकालने में सक्षम हैं। आरोपी की गिरफ्तारी से पुलिस को उम्मीद है कि लूट में शामिल अन्य दोषियों और चोरी किए गए आभूषणों को जल्द से जल्द बरामद किया जा सकेगा। इस पूरे ऑपरेशन ने नागरिकों के बीच यह विश्वास बढ़ाया है कि अपराधी चाहे कितने भी शातिर क्यों न हों, कानून से बच नहीं सकते।