“प्रियंका को बोर्डिंग स्कूल भेजने पर मां मधु चोपड़ा ने साझा किया अपना अनुभव”
प्रियंका चोपड़ा की मां मधु चोपड़ा ने हाल ही में अपनी बेटी को महज सात साल की उम्र में बोर्डिंग स्कूल भेजने के अपने कठिन फैसले पर खुलकर बात की। मधु चोपड़ा का कहना है कि यह एक ऐसा निर्णय था, जो उनके दिल में आज भी गहरी छाप छोड़ चुका है। प्रियंका चोपड़ा अब एक ग्लोबल स्टार हैं, जो हॉलीवुड के विभिन्न प्रोजेक्ट्स में व्यस्त हैं, लेकिन उनकी मां हमेशा उनकी सफलता के पीछे एक मजबूत समर्थन की तरह खड़ी रही हैं।
मधु चोपड़ा ने हाल ही में रॉड्रिगो कैनेलस के “समथिंग बिगर” पॉडकास्ट में इस अनुभव को साझा किया। उन्होंने बताया कि प्रियंका को बोर्डिंग स्कूल भेजने का निर्णय उनके लिए आसान नहीं था, क्योंकि एक मां के लिए अपनी संतान को खुद से दूर भेजना एक दर्दनाक अनुभव हो सकता है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह इस निर्णय को लेकर आज भी गर्व महसूस करती हैं, क्योंकि प्रियंका ने न केवल उस कठिन माहौल में ढलने में सफलता हासिल की, बल्कि अपने पेशेवर जीवन में भी अविस्मरणीय उपलब्धियाँ प्राप्त की।
मधु चोपड़ा ने यह भी साझा किया कि प्रियंका की बोर्डिंग स्कूल में शुरुआत में बहुत मुश्किलें आईं। वह हर शनिवार को प्रियंका से मिलने जातीं, लेकिन प्रियंका की मानसिक स्थिति ठीक नहीं हो रही थी और वह स्कूल के माहौल में ढलने में परेशानी महसूस कर रही थी। उन्होंने कहा, “हर शनिवार को मैं अपना काम छोड़कर ट्रेन पकड़ती और प्रियंका से मिलने जाती। वह मुझे बहुत मिस करती थी और मेरे आने का इंतजार करती थी।” इसके बावजूद, वह यह भी मानती हैं कि प्रियंका की यह कठिन यात्रा उसे आत्मनिर्भर और मजबूत बनाने में सहायक रही।
मधु चोपड़ा ने प्रियंका के साथ बिताए गए उन हफ्तों और उनके संघर्षों को याद करते हुए कहा, “यह एक अफसोसजनक फैसला था, लेकिन प्रियंका ने खुद को मजबूत किया और वह अब अपने पैरों पर खड़ी हैं।” प्रियंका चोपड़ा और उनकी मां के बीच एक गहरा भावनात्मक संबंध है, और मधु चोपड़ा अक्सर अपनी बेटी के संघर्षों और उपलब्धियों को लेकर गर्व महसूस करती हैं।
प्रियंका और मधु के रिश्ते की इस कहानी से यह साफ होता है कि मातृत्व कभी आसान नहीं होता, लेकिन सही मार्गदर्शन और प्यार से बच्चों को जीवन में सफलता और आत्मविश्वास प्राप्त करने की दिशा मिल सकती है। प्रियंका का यह सफर इस बात का प्रमाण है कि मां की ममता और समर्थन हर मुश्किल को पार करने की शक्ति प्रदान कर सकती है।