नई दिल्ली: भारत की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने बताया है कि अंतरिक्ष एजेंसी पर हर दिन 100 से ज्यादा साइबर अटैक हो रहे हैं. साइबर अटैक की ये घटनाएं ऐसे वक्त हो रही हैं, जब इसरो हर दिन कामयाबी के नए मुकाम हासिल कर रहा है. हालांकि घबराने की कोई बात नहीं है, क्योंकि इसरो ऐसे हमलों का सामना करने के लिए एक मजबूत साइबर सुरक्षा नेटवर्क से लैस है.
केरल (Kerala) के शहर कोच्चि में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय साइबर सम्मेलन (International Cyber Conference) C0c0n के 16वें सीजन के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सोमनाथ ने कहा कि रॉकेट तकनीक में साइबर हमलों की संभावना बहुत ज्यादा है. ये तकनीक हार्डवेयर आधारित हैं और इनमें अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर और चिप का इस्तेमाल होता है.
इसरो चीफ ने बताया कि इसरो अब सॉफ्टवेयर के अलावा रॉकेट के अंदर हार्डवेयर चिप्स की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हुए अलग-अलग टेस्टिंग पर भी आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि इसरो के पास आम लोगों के दैनिक जीवन में मदद करने वाले उपग्रह भी मौजूद हैं. इन सभी को अलग-अलग प्रकार के सॉफ्टवेयर से नियंत्रित किया जाता है. इन सभी की सुरक्षा के लिए साइबर सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है.
एस सोमनाथ ने कहा है कि टेक्नोलॉजी एक वरदान भी है और खतरा भी. हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी तकनीक का इस्तेमाल कर साइबर अपराधियों की तरफ से पेश की गई चुनौतियों का सामना कर सकते हैं. इस दिशा में शोध और कड़ी मेहनत होनी चाहिए. गौरतलब है कि यह सम्मेलन यहां केरल पुलिस और सूचना सुरक्षा अनुसंधान एसोसिएशन की ओर से आयोजित किया गया था.