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Monsoon Session 2023 : लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा 8 से, विपक्ष भड़का

Monsoon Session 2023 : मोदी सरकार के खिलाफ लोकसभा में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर आठ अगस्त से 10 अगस्त तक चर्चा होगी। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चर्चा का जवाब देंगे। इसका फैसला लोकसभा की कार्यमंत्रणा समिति ने किया। हालांकि इस समिति की बैठक का विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया। विपक्षी दल चाहते हैं कि प्रस्ताव पर तुरंत चर्चा शुरू हो।

लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक मणिकम टैगोर ने कहा कि मंगलवार सुबह जब विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सदस्यों ने मणिपुर पर चर्चा और प्रधानमंत्री मोदी की सदन में मौजूदगी की मांग की तो बैठक ही स्थगित कर दी गई। उन्होंने बताया, ‘‘कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में भी विपक्षी दलों के गठबंधन ‘I.N.D.I.A.’ के घटक दलों ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर जल्द चर्चा कराई जाए। हम चाहते थे कि इस पर बुधवार (दो अगस्त) से ही चर्चा हो।’’

टैगोर का कहना है कि पिछली लोकसभा में जब तेलुगु देसम पार्टी द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था तो उसे उसी दिन कार्यसूची में शामिल कर लिया गया था। द्रमुक नेता टी आर बालू ने कहा कि विपक्ष के नेता बीएसी की बैठक से बाहर निकल गए क्योंकि सरकार चाहती थी कि विपक्षी दल अविश्वास प्रस्ताव पर आठ अगस्त से चर्चा कराने के फैसले का अनुमोदन करें।

2024 में लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को सत्ता से हटाने को लेकर गठित विपक्षी दलों का गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (I.N.D.I.A.) ने मानसून सत्र में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है। इसे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने स्वीकार कर लिया है।

इससे पहले विपक्षी दल संसद में मणिपुर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान और चर्चा की मांग करते हुए लगातार अपनी आवाज उठा रहे हैं। गुरुवार को विपक्षी गठबंधन INDIA के सदस्यों ने संसद में काला कपड़ा पहनकर विरोध जताया। वहीं, सांसदी जाने के बाद संसद के मानसून सत्र में शामिल न होने के कारण कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर पर वीडियो शेयर कर पीएम मोदी पर निशाना साधा।

वीडियो में राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी मणिपुर के लिए क्या कर रहे हैं? वे मणिपुर के बारे में कुछ बोल क्यों नहीं रहे हैं? ऐसा इसलिए है क्योंकि नरेंद्र मोदी जी को मणिपुर से कोई लेना देना नहीं है। वो जानते हैं कि उनकी ही विचारधारा ने मणिपुर को जलाया है।

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