मंत्री टंकराम वर्मा ने दिया जनजातीय उत्थान का मंत्र: संगठन ही शक्ति है
रायपुर : वनांचल नगरी विकासखंड के ग्राम सांकरा में आज जनजातीय गौरव दिवस का जिला स्तरीय आयोजन हुआ, जिसमें भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को बड़े उत्साह और सम्मान के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा के जीवन और उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि उनकी प्रेरणा हमें यह सिखाती है कि जीवन की लंबाई से अधिक उसका उद्देश्य और समाज के लिए योगदान महत्वपूर्ण है। बिरसा मुंडा ने मात्र 25 वर्ष की आयु में जल, जंगल, जमीन और मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, जो उन्हें युगों-युगों तक प्रेरणास्त्रोत बनाए रखता है।
हितग्राहियों को मिला सरकारी योजनाओं का लाभ
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया।
- कृषि विभाग ने 15 किसानों को मसूर मिनीकिट और 9 हितग्राहियों को स्प्रेयर पंप वितरित किए।
- पशु चिकित्सा विभाग ने 8 हितग्राहियों को वित्तीय सहायता के चेक प्रदान किए।
- चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने 10 हितग्राहियों को पोषण किट दी।
- श्रम विभाग ने 4 लाभार्थियों को आर्थिक सहायता वितरित की।
भगवान बिरसा मुंडा और जनजातीय गौरव दिवस की प्रासंगिकता
मंत्री वर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल की सराहना करते हुए कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाना एक ऐतिहासिक कदम है। यह आदिवासी समुदाय को जागरूक करने और उनके योगदान को मान्यता देने का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदाय ने हमेशा भारतीय संस्कृति और सनातन मूल्यों को जीवित रखा है। उनके सरल जीवन और प्रकृति प्रेम ने न केवल उनकी पहचान बनाई है, बल्कि उनकी अस्मिता की रक्षा के संघर्ष ने पूरे समाज को प्रेरित किया है।
आदिवासी समाज के उत्थान के लिए योजनाओं का परिचय
मंत्री ने पीएम जनमन योजना का उल्लेख करते हुए बताया कि सरकार विशेष पिछड़ी जनजातियों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए शिक्षा, कौशल विकास, स्व-रोजगार और आवास जैसी योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा कि यह योजनाएं आदिवासी समाज को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए एक प्रभावी कदम हैं।
संस्कृति और विकास का संगम
इस अवसर पर पूर्व सिहावा विधायक पिंकी शिवराज शाह और सर्व आदिवासी समाज के तहसील अध्यक्ष उमेश देव ने भी जनजातीय समाज की संस्कृति और विकास पर अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का मंत्री वर्मा ने अवलोकन किया और इन स्टॉलों ने आदिवासी समुदाय के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी।
भविष्य के लिए संदेश
मंत्री ने अपने संबोधन में आदिवासी समुदाय की संघर्षशीलता और उनके योगदान को सलाम करते हुए सभी को एकजुट होकर समाज और देश के विकास में सहयोग देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा जैसे महान व्यक्तित्व हमें सिखाते हैं कि सही दिशा में प्रयास करने से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है।
इस कार्यक्रम ने जनजातीय समुदाय की सादगी, उनके संघर्ष और संस्कृति को न केवल सम्मान दिया, बल्कि उनके उत्थान के लिए सरकार के प्रयासों को भी रेखांकित किया।