नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए नरेश कुमार ध्रुव को मंत्री टंकराम वर्मा ने नम आंखों से दी अंतिम विदाई, बलिदान को हमेशा याद रखेगा देश

बलौदाबाजार:   छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के वीर सपूत नरेश कुमार ध्रुव को उनके गृह ग्राम गुर्रा में पूरे सम्मान और गमगीन माहौल में अंतिम विदाई दी गई। नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए नरेश ध्रुव के पार्थिव शरीर को जब उनके गांव लाया गया, तो चारों ओर शोक की लहर दौड़ गई। परिवार के सदस्यों के साथ ग्रामीणों की आंखें नम हो गईं। हर कोई इस वीर जवान के बलिदान को सलाम कर रहा था।

इससे पहले बलौदाबाजार में जब शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचा, तो उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए पूरा प्रशासनिक अमला और स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। कलेक्टर और एसपी ने जहां शहीद को कंधा देकर सम्मान दिया, वहीं प्रदेश के राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने भी पार्थिव शरीर को कंधा देकर अपने कर्तव्य और सम्मान का परिचय दिया। उन्होंने कहा, “नरेश ध्रुव ने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर किए हैं। उनकी कुर्बानी को यह देश कभी नहीं भूलेगा।”

गांव में जब पार्थिव शरीर पहुंचा, तो पूरा माहौल गमगीन हो गया। शहीद की अंतिम यात्रा में हजारों लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। हर किसी ने भारत माता के इस सपूत को सलामी दी और गर्व से “शहीद नरेश ध्रुव अमर रहें” के नारे लगाए।

शहीद के परिवार के प्रति शासन-प्रशासन ने संवेदना व्यक्त की और सरकार की ओर से हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। इस दुखद अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और सेना के जवानों ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की।

शहीद नरेश कुमार ध्रुव का यह बलिदान नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण संदेश है कि देश के वीर जवान हर परिस्थिति में अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटते। उनके इस सर्वोच्च बलिदान को सदैव याद रखा जाएगा और आने वाली पीढ़ियां उनसे प्रेरणा लेंगी।