“रूस और उत्तर कोरिया का सैन्य समझौता: मिसाइल सप्लाई के बदले भेजे गए 10,000 सैनिक”

सिओल:  रूस और उत्तर कोरिया के बीच हालिया रक्षा सहयोग को लेकर दक्षिण कोरिया के एक शीर्ष अधिकारी ने चौंकाने वाली जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि रूस ने उत्तर कोरिया को एंटी-एयर मिसाइलों और अन्य सैन्य उपकरणों की आपूर्ति की है, इसके बदले उत्तर कोरिया ने रूस को अपने सैनिक भेजे हैं। उत्तर कोरिया ने यूक्रेन के खिलाफ चल रहे युद्ध में मदद के लिए 10,000 से अधिक सैनिक रूस भेजे हैं। यह सहयोग दोनों देशों के बीच बढ़ते सैन्य और आर्थिक संबंधों का संकेत है।

रूस का सैन्य सहयोग और उत्तर कोरिया की सैन्य भागीदारी दक्षिण कोरिया के राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशक शिन वोंसिक ने एक टीवी कार्यक्रम में इस संबंध में जानकारी साझा करते हुए कहा कि रूस ने उत्तर कोरिया को उसकी वायु रक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए एंटी-एयर मिसाइलें, तोपखाना और अन्य सैन्य उपकरण प्रदान किए हैं। इसके साथ ही, रूस ने उत्तर कोरिया को आर्थिक मदद भी दी है, जो दोनों देशों के बीच मजबूत होते सहयोग को दर्शाता है।

सुरक्षा और तकनीकी चिंताएं सिओल और वॉशिंगटन इस सहयोग को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि रूस अपनी संवेदनशील परमाणु और मिसाइल तकनीक भी उत्तर कोरिया को हस्तांतरित कर सकता है, जिससे वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हो सकता है। दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसी ने इस महीने की शुरुआत में यह भी जानकारी दी थी कि उत्तर कोरिया ने रूस को अतिरिक्त तोपखाना प्रणाली भेजी हैं। पिछले कुछ महीनों में, उत्तर कोरिया ने रूस को 13,000 से अधिक कंटेनर तोपखाना, मिसाइल और अन्य पारंपरिक हथियार भेजे हैं।

प्योंगयांग और मास्को के बीच सहयोग बढ़ाने की दिशा में कदम उत्तर कोरिया और रूस के बीच यह सहयोग तब बढ़ा है जब दोनों देशों ने हाल ही में प्योंगयांग में उच्च स्तरीय वार्ता के बाद आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए एक नया समझौता किया था। इस समझौते के तहत दोनों देशों के बीच व्यापार और सैन्य सहयोग को और अधिक सुदृढ़ करने की योजना बनाई जा रही है।

यह घटनाक्रम रूस और उत्तर कोरिया के बीच बढ़ते रणनीतिक सहयोग को दर्शाता है और इससे वैश्विक सुरक्षा के संदर्भ में गंभीर चिंताएं उत्पन्न हो रही हैं, खासकर पश्चिमी देशों और दक्षिण कोरिया के लिए।