अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना के निर्माण में बड़ा हादसा: सेगमेंटल लॉन्चिंग गैंट्री गिरी, 25 ट्रेनें रद्द, 5 का समय बदला, 6 के रूट बदले

अहमदाबाद गुजरात में अहमदाबाद और मुंबई के बीच बन रही महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना के निर्माण कार्य के दौरान रविवार रात एक बड़ा हादसा हो गया, जिससे रेलवे परिचालन पर गंभीर प्रभाव पड़ा। इस हादसे में एक सेगमेंटल लॉन्चिंग गैंट्री संतुलन बिगड़ने के कारण रेलवे लाइन पर आकर गिर गई, जिससे ट्रैक पर अवरोध उत्पन्न हो गया और कई ट्रेन सेवाएं बाधित हो गईं। अधिकारियों के अनुसार, यह दुर्घटना निर्माण कार्य के दौरान हुई, जब भारी-भरकम लॉन्चिंग गैंट्री असंतुलित होकर नीचे आ गिरी। इस घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने तुरंत राहत और बहाली का कार्य शुरू कर दिया, लेकिन इस तकनीकी बाधा के कारण यात्री ट्रेनों का संचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ।

इस दुर्घटना के चलते कम से कम 25 ट्रेनों को पूर्ण रूप से रद्द कर दिया गया, जबकि 15 अन्य ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द करने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा, पांच ट्रेनों के समय में बदलाव (रिशेड्यूलिंग) किया गया, और छह ट्रेनों के रूट डायवर्ट कर दिए गए, ताकि यात्रियों को वैकल्पिक मार्गों से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा सके। रेलवे अधिकारियों और निर्माण एजेंसियों की टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं और क्षतिग्रस्त ढांचे को हटाने का कार्य प्रारंभ किया गया। विशेषज्ञों का मानना है कि इस दुर्घटना के कारण परियोजना की प्रगति पर भी असर पड़ सकता है, क्योंकि इस तरह की गड़बड़ियों से निर्माण कार्य में देरी होने की संभावना रहती है।

हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी भी जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन रेलवे अधिकारियों ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। इस परियोजना का निर्माण नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) के तहत किया जा रहा है, और इसकी सुरक्षा तथा तकनीकी पहलुओं की व्यापक समीक्षा अब की जाएगी। इस दुर्घटना से यात्रियों को हुई असुविधा के मद्देनजर रेलवे ने सूचना प्रणाली को अपडेट किया है, ताकि प्रभावित यात्रियों को समय पर जानकारी दी जा सके और वैकल्पिक व्यवस्था की जा सके।

बुलेट ट्रेन परियोजना भारत की पहली हाई-स्पीड रेल परियोजना है, जिसका उद्देश्य मुंबई और अहमदाबाद के बीच यात्रा समय को कम करना और आधुनिक रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करना है। लेकिन इस तरह की अप्रत्याशित घटनाएं न केवल निर्माण प्रक्रिया को प्रभावित करती हैं, बल्कि यात्रियों और रेलवे प्रशासन के लिए भी बड़ी चुनौती बन जाती हैं। अधिकारियों का कहना है कि जल्द से जल्द हालात सामान्य करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि निर्माण कार्य निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरा किया जा सके।