महाकुंभ के किराये ने वाशिंगटन को पछाड़ा: छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी ने जताई आपत्ति
रायपुर। महाकुंभ के दौरान विमानन कंपनियों द्वारा हवाई किरायों में भारी वृद्धि को लेकर **छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी** ने मोर्चा खोल दिया है। सोसाइटी का कहना है कि विमानन कंपनियां मनमाने ढंग से किराया वसूल रही हैं, जिससे श्रद्धालु आर्थिक रूप से परेशान हो रहे हैं।
महाकुंभ का किराया वाशिंगटन से भी महंगा
वर्तमान में **अहमदाबाद से प्रयागराज** की फ्लाइट का किराया **₹76,964** तक पहुंच गया है, जबकि **अहमदाबाद से वाशिंगटन** की टिकट मात्र **₹50,200** में उपलब्ध है। यह दर्शाता है कि घरेलू उड़ानों का किराया अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से भी अधिक हो गया है, जिससे यात्रियों में नाराजगी बढ़ रही है।
सिविल सोसाइटी की मांगें
**छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी** के संयोजक डॉ. कुलदीप सोलंकी** ने इस बढ़ती लूट के खिलाफ नागरिक उड्डयन मंत्री **के. राम नायडू** को पत्र लिखा है और कुछ अहम मांगें रखी हैं:
1. हवाई किराया नियंत्रण में लाया जाए** और तीन महीने पुराने एल्गोरिदम के अनुसार किराये तय किए जाएं।
2.पिछले एक महीने में अधिक शुल्क वसूले गए यात्रियों को सात दिनों के भीतर पैसे वापस किए जाएं।
3. डायरेक्टर जनरल डीजीसीए फैज अहमद किदवई को तत्काल बर्खास्त किया जाए।**
4. **महाकुंभ के दौरान एयरलाइंस पर ₹5000 करोड़ का जुर्माना लगाया जाए।**
त्योहारी सीजन में भी बढ़ा किराया
रायपुर से प्रयागराज का किराया ₹20,000 के पार पहुंच चुका है। दिल्ली, मुंबई और अन्य शहरों के किराए में भी **10% से अधिक की वृद्धि** देखी गई है। ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़) के पूर्व अध्यक्ष कीर्ति व्यास ने कहा कि सरकार को **विमानन कंपनियों की मनमानी पर लगाम कसनी होगी।**
सात दिन में कार्रवाई नहीं तो कोर्ट जाएगी सोसाइटी
डॉ. कुलदीप सोलंकी ने चेतावनी दी कि यदि सात दिनों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है, तो सोसाइटी न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगी।
