ढीमरखेड़ा इलाके में मिला तेंदुए का शव : वन विभाग में मची हड़कंप
मध्य प्रदेश : कटनी जिले के ढीमरखेड़ा इलाके में ग्वाल बाबा जंगल के पास एक नर तेंदुए का शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया है। वन विभाग को जैसे ही इस घटना की सूचना मिली, तुरंत वन अधिकारी और कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंच गए। वन अमले ने तेंदुए के शव को कब्जे में लेकर इसकी जांच शुरू कर दी है। यह घटना वन्यजीव संरक्षण और उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताओं को जन्म देती है, क्योंकि तेंदुए जैसे महत्वपूर्ण और संरक्षित प्राणियों की मौतें वन्यजीवों के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकती हैं।
जांच के दौरान डॉग स्क्वायड की टीम को भी मौके पर बुलाया गया, जिन्होंने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। वन विकास निगम के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे, और पूरी टीम अब मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। रेंजर अखिलेश अडकने के अनुसार, तेंदुए की उम्र लगभग डेढ़ साल बताई जा रही है, और उसका शव ग्वाल बाबा मंदिर के सामने एक नाले के पास मिला। तेंदुए के सिर पर चोट के निशान पाए गए हैं, जो उसकी मौत के कारणों को लेकर कई सवाल खड़े कर रहे हैं।
मामले की जांच जारी है, और हर एंगल से इसे देखा जा रहा है—चाहे यह प्राकृतिक मौत हो, शिकार का मामला हो, या फिर कोई दुर्घटना। शव को पोस्टमार्टम के लिए जबलपुर भेजा जाएगा, जहां परीक्षण के बाद मौत के असली कारणों का पता चलेगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी, और उसके बाद तेंदुए का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
तेंदुए की मौत की यह घटना वन्यजीवों की सुरक्षा और उनके संरक्षण की दिशा में चल रही कोशिशों पर सवाल उठाती है। पिछले कुछ वर्षों में वन्यजीवों की रहस्यमयी मौतें, अवैध शिकार और उनकी घटती आबादी ने वन्यजीव संरक्षण के प्रयासों को और तेज करने की आवश्यकता को रेखांकित किया है। वन विभाग अब इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और तेंदुए की मौत के असली कारणों का पता लगाने के लिए सभी संभावनाओं की जांच कर रहा है।