खरसिया: मामूली विवाद में बदल गई हिंसक झड़प, एक युवक की मौत, परिजन न्याय की मांग पर अड़े

रायगढ़:  छत्तीसगढ़ के खरसिया के मोहापाली गांव में दो परिवारों के बीच हुआ मामूली विवाद देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गया। इस झड़प में गंभीर रूप से घायल युवक अन्नू अग्रवाल ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जिससे क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया। पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है, लेकिन घटना के बाद से इलाके में नाराजगी और आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

मामले का आरंभ और विवाद का कारण:

घटना मोहापाली में गर्ग परिवार और अनु बुटीक परिवार के बीच हुई। बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों में किसी मामूली बात को लेकर कहासुनी शुरू हुई। कहासुनी ने जल्द ही गंभीर रूप ले लिया और यह झगड़ा मारपीट में बदल गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, विवाद ऐसा था जिसे बातचीत से सुलझाया जा सकता था, लेकिन दोनों पक्षों के बीच गुस्सा बढ़ता गया।

मारपीट और घायल अन्नू अग्रवाल:

विवाद के दौरान दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर जमकर हमला किया। इस दौरान अन्नू अग्रवाल गंभीर रूप से घायल हो गए। उनकी हालत इतनी बिगड़ गई कि उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन सिर पर गहरी चोट और आंतरिक रक्तस्राव के चलते अन्नू की मौत हो गई।

आरोपी ने थाने में किया आत्मसमर्पण:

घटना के बाद मामले में नामजद आरोपी चीनू अग्रवाल ने खुद थाने पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। हालांकि, आरोपी की गिरफ्तारी के बावजूद स्थानीय लोग पुलिस की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं।

पुलिस पर राजनीतिक दबाव का आरोप:

मामले को लेकर मृतक अन्नू अग्रवाल के परिजनों और मोहल्लेवासियों ने आरोप लगाया है कि पुलिस राजनीतिक दबाव के कारण निष्पक्ष जांच नहीं कर रही है। उनका कहना है कि घटना के अन्य दोषियों को बचाने की कोशिश हो रही है और इस मामले में वास्तविक दोषियों को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।

न्याय की मांग और विरोध की तैयारी:

अन्नू अग्रवाल के परिजनों का कहना है कि वे इस मामले में न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। परिजन और स्थानीय लोग मृतक के शव को लेकर विरोध प्रदर्शन की तैयारी में हैं। उनका कहना है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए और पुलिस प्रशासन को निष्पक्ष कार्रवाई करनी चाहिए।

घटना के बाद माहौल में तनाव:

इस घटना के बाद मोहापाली में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। पुलिस ने क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बलों की तैनाती की है। हालांकि, स्थानीय लोग पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

सार्वजनिक भावना और समाज की प्रतिक्रिया:

इस हिंसक झड़प ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। लोगों का कहना है कि यदि दोनों पक्ष शांतिपूर्वक इस विवाद को सुलझा लेते, तो यह दर्दनाक घटना न होती। इस घटना ने समाज में बढ़ते असहिष्णुता के मामलों और छोटी बातों पर हिंसा में बदल जाने वाली प्रवृत्ति की ओर ध्यान आकर्षित किया है।

पुलिस का बयान:

पुलिस ने घटना को गंभीरता से लेते हुए एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच प्रक्रिया जारी है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत जुटाने और मामले की निष्पक्ष जांच के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।

मृतक अन्नू के परिवार की उम्मीद:

मृतक अन्नू अग्रवाल के परिजन और समुदाय के लोग इस मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों को सख्त सजा की मांग कर रहे हैं। अन्नू के परिवार के मुताबिक, उनके बेटे की मौत ने उन्हें गहरा सदमा पहुंचाया है, और वे इस लड़ाई को न्याय मिलने तक जारी रखेंगे।