“कर्मा महोत्सव: आदिवासी समाज की धरोहर का जश्न, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की उपस्थिति से महोत्सव हुआ खास”
सूरजपुर : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज सूरजपुर जिले के प्रतापपुर विकासखंड स्थित ग्राम सिलौटा में आयोजित “सर्व आदिवासी समाज के जिला स्तरीय कर्मा महोत्सव” में शामिल हुए। इस महत्वपूर्ण आयोजन में मुख्यमंत्री की उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष महत्व दिया। मुख्यमंत्री के आगमन पर उनका स्वागत भव्य तरीके से किया गया, जहां हेलीपेड पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक भूलन सिंह मरावी, शकुंतला पोर्ते, भैयालाल राजवाड़े और अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधियों ने पुष्पगुच्छ भेंटकर उनका आत्मीय स्वागत किया। सरगुजा संभाग के कमिश्नर जी. आर. चुरेंद्र, आई.जी. अंकित गर्ग, और सूरजपुर के कलेक्टर रोहित व्यास भी इस अवसर पर मौजूद थे।
कर्मा महोत्सव आदिवासी समाज की संस्कृति और परंपराओं को समर्पित एक विशेष उत्सव है, जहां आदिवासी समाज अपने धार्मिक, सांस्कृतिक और पारंपरिक नृत्यों के माध्यम से अपनी धरोहर को प्रदर्शित करता है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस कार्यक्रम में भाग लेकर आदिवासी समाज की धरोहर और उनके संघर्ष को सराहा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के महोत्सव समाज में सांस्कृतिक एकता और भाईचारे को बढ़ावा देते हैं, जिससे सामाजिक ताना-बाना और अधिक सुदृढ़ होता है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि, नागरिक और आदिवासी समुदाय के लोग उपस्थित थे, जिन्होंने महोत्सव का आनंद लिया और अपनी संस्कृति के प्रति गर्व महसूस किया। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में आदिवासी समाज के विकास और उनकी सामाजिक व आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का उल्लेख किया। उन्होंने विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से आदिवासी समाज को सशक्त बनाने के अपने प्रयासों पर प्रकाश डाला।
यह महोत्सव एक सामूहिक उत्सव था, जिसमें आदिवासी समाज की लोक परंपराएं, नृत्य और गीतों के माध्यम से उनकी सांस्कृतिक धरोहर को प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कर्मा नृत्य का आनंद लिया और आदिवासी समाज की इस समृद्ध परंपरा की सराहना की। उनका यह दौरा सांस्कृतिक महत्व के साथ-साथ आदिवासी समाज के प्रति राज्य सरकार की संवेदनशीलता और उनके विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कुल मिलाकर, “कर्मा महोत्सव” में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की उपस्थिति ने कार्यक्रम को ऐतिहासिक और विशेष बना दिया, जहां आदिवासी समाज ने अपनी सांस्कृतिक विरासत को गर्व के साथ प्रस्तुत किया और इसे एकता और समृद्धि का प्रतीक माना