रायपुर। पूरे छत्तीसगढ़ में जूनियर डॉक्टर्स ने एक बार फिर से अपनी मांग को लेकर हड़ताल कर दी है। कई मर्तबा आवेदन, निवेदन और सांकेतिक विरोध समेत पूर्व में भी हुई हड़ताल के बावजूद जूनियर डॉक्टर्स की मांगें नहीं पूरी हुई है, जिसके बाद से सूबे के तमाम जूनियर डॉक्टर आज से हड़ताल पर चले गए है। सरगुजा, कांकेर, जगदलपुर, रायगढ़, राजनांदगांव और रायपुर के शासकीय कॉलेज के अस्पतालों में संचालित OPD जूडो की हड़ताल से प्रभावित हुई है।
जुड़ो की इस हड़ताल का असर रायपुर में भी देखने को मिल रहा है। राजधानी के सभी सरकारी अस्पताल में आज सुबह 8 बजे से हड़ताल शुरू कर दी गई है।रायपुर के अंबेडकर अस्पताल के बाहर सुबह से ही जूनियर डॉक्टर्स स्टाइपेंड की मांग को लेकर हड़ताल पर बैठे है। बीते 6 वर्षों में वेतन बढ़ोतरी ना होने की वजह से जूडो हड़ताल पर चले गए है। इससे पहले जूनियर डॉक्टर्स अपनी मांग को लेकर काली पट्टी बांधकर काम कर रहे थे।
जूनियर डॉक्टर प्रताप सिंह ने कहा कि “आज हम लोग हड़ताल पर है। एक हफ्ते का अल्टीमेटम दिया था सरकार और प्रशासन को उन्होंने साफ-साफ यह कहा था कि हमारी सर्विसेज कंटिन्यू रहेगी। ब्लैक लेबल पहनकर हम प्रदर्शन करेंगे। हमारा ब्लैक लेबल का लास्ट डेट था लेकिन हमारी मांग पर कल तक सरकार की ओर से कोई पहल नहीं हुई। जिसको लेकर आज हम लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके साथ ही ओपीडी सेवाएं यथावत रहेंगी। साथ ही मरीजों की परेशानी ना हो इसको लेकर हम लोग काम करेंगे। आज भी प्रशासन और शासन की तरफ से कोई पहल नहीं होती तो हम लोग आगे प्रदर्शन करेंगे।
जूनियर डॉक्टर्स ने बताया कि हमारी मांग है की जो इंटर्न, यूजी, पीजी के जो जूनियर स्टूडेंट है उनकी स्टाइपेंड हो,आज दिनांक तक हमारी मांगे पूरी नहीं हुई है। वैसे ही स्थिति है, महंगाई दर बढ़ गई है, जिसमें हमारी स्टाइपेंड में किसी प्रकार की वृद्धि नहीं हुई है। हम बस यह चाह रहे हैं कि हमारी वेतन बढ़नी चाहिए, जो सरकार बढ़ा नहीं रही है। जिसको लेकर हम लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।”