जय शाह का ICC चेयरमैन कार्यकाल: तीन साल के विस्तार की संभावना, क्या बदलेंगे वैश्विक क्रिकेट के रंग?

दुबई:  जय शाह, जो वर्तमान में भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव हैं, का आईसीसी चेयरमैन बनने का कार्यकाल अब अगले तीन साल के लिए बढ़ने की संभावना है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) बोर्ड ने अपने चेयरमैन और स्वतंत्र निदेशक के कार्यकाल को बढ़ाकर दो साल से तीन साल करने की सिफारिश की है। यदि आईसीसी के सदस्य देश इस सिफारिश को मंजूर करते हैं, तो जय शाह 1 दिसंबर को पदभार ग्रहण करने के बाद तीन साल के लिए इस प्रतिष्ठित पद पर काबिज हो जाएंगे।

शाह का यह पहला कार्यकाल बीसीसीआई में उनके अगले साल सितंबर से शुरू होने वाले तीन साल के ‘कूलिंग ऑफ पीरियड’ को भी समाप्त कर देगा। ‘कूलिंग ऑफ पीरियड’ का मतलब है कि वह इस अवधि के दौरान किसी भी क्रिकेट प्रशासनिक भूमिका में सक्रिय नहीं रह सकते। इससे यह स्पष्ट होता है कि शाह का आईसीसी में कार्यकाल उनके बीसीसीआई में योगदान के साथ तालमेल बैठाएगा, जिससे उन्हें अपने क्रिकेट प्रशासनिक अनुभव का लाभ उठाने का अवसर मिलेगा।

आईसीसी बोर्ड की मंजूरी मिलने पर, शाह न केवल पहले कार्यकाल में बल्कि संभावित रूप से अपने दूसरे कार्यकाल में भी अगले तीन साल तक चेयरमैन पद पर बने रह सकते हैं। यह बदलाव न केवल शाह के लिए बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि उनकी रणनीतिक दृष्टिकोण और नेतृत्व कौशल से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत की स्थिति को और मजबूत किया जा सकता है। इससे भारतीय क्रिकेट को वैश्विक मंच पर और भी अधिक मान्यता मिलने की संभावना है।

इस प्रस्ताव का उद्देश्य क्रिकेट प्रशासन में स्थिरता लाना और विश्व क्रिकेट के विकास के लिए एक मजबूत आधार तैयार करना है। जय शाह का कार्यकाल क्रिकेट की दुनिया में बदलाव और नई पहलों के लिए एक महत्वपूर्ण अध्याय हो सकता है।