इस युद्धविराम का मुख्य उद्देश्य इस्राइल और हमास के बीच जारी विनाशकारी संघर्ष को समाप्त करना था। यह युद्धविराम जनवरी 19, 2025 से शुरू हुआ था और मार्च तक जारी रहेगा। इस समझौते के तहत, हमास ने इस्राइल के 33 बंधकों को रिहा करने का वादा किया है, जिसके बदले इस्राइल करीब 2000 फलस्तीनी कैदियों को रिहा करने के लिए तैयार है।
वर्तमान में, हमास ने अमेरिकी इस्राइली बंधक कीथ सीगल को रेड क्रॉस को सौंप दिया है, जो तीसरे बंधक के रूप में रिहा हुए हैं। इससे पहले, गाजा पट्टी के खान यूनिस शहर में हमास ने 35 वर्षीय यार्डन बिबास और 54 वर्षीय फ्रांसीसी-इजरायली नागरिक ओफर काल्डेरोन को भी रेड क्रॉस को सौंपा था। इन रिहाईयों के बावजूद, हमास ने अब तक कुल मिलाकर 11 बंधकों को रिहा किया है, जिसके बदले में इस्राइल ने 200 से अधिक फलस्तीनी कैदियों को रिहा किया।
यह युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ था, जब हमास ने इस्राइल पर हमला किया था, जिसमें 1200 से अधिक इस्राइली नागरिकों की मौत हो गई थी और लगभग 250 लोग बंधक बना लिए गए थे। इसके बाद, इस्राइल ने गाजा पर हवाई हमले शुरू किए, जिसमें 46,000 से अधिक नागरिकों की जान चली गई और लाखों लोग विस्थापित हो गए। गाजा पट्टी की अधिकांश जनसंख्या भूखमरी का शिकार हो गई है। इस युद्ध ने दोनों पक्षों में भारी जनहानि और मानवीय संकट को जन्म दिया है।
इस युद्धविराम में, हमास ने बंधकों की रिहाई के बदले फलस्तीनी कैदियों की रिहाई के लिए समझौते किए हैं। हालांकि, इस्राइल के करीब 90 बंधक अभी भी हमास की कैद में हैं, और अनुमान है कि इनमें से एक तिहाई की मृत्यु हो चुकी है।