इज़राइल का हिजबुल्ला पर हमला: एक और कमांडर ढेर, बेरूत में बढ़ी तनाव की स्थिति
बेरूत : हाल ही में हिज़्बुल्ला के प्रमुख हसन नसरल्ला की मौत के बाद, इज़राइल ने हिज़्बुल्ला पर हमले और तेज कर दिए हैं। नसरल्ला की मौत के बाद स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई, और शनिवार को इज़राइल ने बेरूत पर हवाई हमला किया, जिसमें हिज़्बुल्ला के मध्यम दूरी की रॉकेट इकाई के कमांडर, ईद हसन नाशर की मौत हो गई। गाजा में युद्ध की शुरुआत के बाद से, इज़राइल और हिज़्बुल्ला के बीच निरंतर गोलीबारी हो रही है, जिसके कारण दोनों देशों में हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं।
इस्राइली रक्षा बल (आईडीएफ) ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जानकारी दी कि नसर की मौत हिज़्बुल्ला के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि वह संगठन के भीतर एक प्रमुख कमांडर थे। उनके कार्यकाल में हिज़्बुल्ला की रॉकेट यूनिट की गतिविधियों की देखरेख की जाती थी। आईडीएफ के अनुसार, उन्होंने कई महत्वपूर्ण अभियानों में हिस्सा लिया था और उनकी मौत से संगठन की संचालन क्षमताओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में शनिवार को हुए हमले के दौरान, इज़राइल ने हिज़्बुल्ला की रॉकेट यूनिट को निशाना बनाया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इज़राइल का लक्ष्य हिज़्बुल्ला की मिसाइल और रॉकेट क्षमता को खत्म करना है। इस बीच, हिज़्बुल्ला ने भी पलटवार करते हुए लेबनान की सीमा के पास इज़राइली सैनिकों को निशाना बनाया है। संगठन ने दावा किया है कि उसने अदैसेह और कफरकिला के आसपास इज़राइली सैनिकों की गतिविधियों पर हमला किया।
अमेरिकी विदेश विभाग ने इज़राइल के सीमित सैन्य अभियानों को मान्यता दी है, जिनका उद्देश्य हिज़्बुल्ला के खिलाफ सटीक और लक्षित हमले करना है। इस संघर्ष में, न केवल हिज़्बुल्ला की रॉकेट इकाई को नुकसान हो रहा है, बल्कि इज़राइल की ओर से लगातार हवाई हमले भी जारी हैं, जिससे क्षेत्र में स्थिति और अधिक जटिल हो रही है।
इस प्रकार, नसरल्ला की मौत और ईद हसन नाशर की हत्या ने हिज़्बुल्ला की रणनीतियों पर गहरा असर डाला है, और इस संघर्ष के जारी रहने की संभावना बनी हुई है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या हिज़्बुल्ला अपनी क्षति से उबर पाएगा या यह संघर्ष और अधिक तीव्र हो जाएगा।