छत्तीसगढ़ में जल जीवन मिशन का निरीक्षण: डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने ग्रामीण क्षेत्रों में जल आपूर्ति की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए दिए निर्देश

रायपुर:  जल जीवन मिशन के संचालक, डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे, ने हाल ही में छत्तीसगढ़ के कांकेर और कोंडागांव जिलों में मिशन के तहत चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया। उनके दौरे के दौरान, उन्होंने कांकेर जिले के चारामा विकासखंड के रतेडीह, कुरुटोला, कानापोड़ और डेढ़कोहका गांवों का विशेष रूप से अवलोकन किया। इस निरीक्षण में डॉ. भुरे ने विभागीय अधिकारियों के साथ मिलकर जल जीवन मिशन के कार्यों की प्रगति की जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

डॉ. भुरे ने कोंडागांव जिले के केशकाल विकासखंड के गुलबापारा गांव में भी मिशन के अंतर्गत की गई विकासात्मक गतिविधियों का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने उन तकनीकी पहलुओं का भी अध्ययन किया, जिनमें उच्च स्तरीय जलागार, सोलर आधारित जल योजनाएं, नल कनेक्शन और पाइपलाइन शामिल हैं। उन्होंने ग्रामीणों से संवाद करते हुए नल के माध्यम से जल आपूर्ति की व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की और उनके अनुभवों को सुना।

इस निरीक्षण के दौरान, डॉ. भुरे ने विभागीय अधिकारियों को जल जीवन मिशन के बाकी कार्यों को तेजी से पूरा करने के लिए प्रेरित किया, ताकि हर गांव में गुणवत्तापूर्ण जल आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि यह मिशन न केवल जल आपूर्ति को बेहतर बनाएगा, बल्कि ग्रामीण जीवन स्तर को भी उन्नत करेगा।

डॉ. भुरे के साथ इस निरीक्षण में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कोंडागांव मंडल के अधीक्षण अभियंता श्री जी.एल. लखेरा, कांकेर के कार्यपालन अभियंता श्री बी.एन. भोयर, कोंडागांव के कार्यपालन अभियंता श्री विरेन्द्र पाण्डेय, सहायक अभियंता श्री राजेश हिरकने, उप अभियंता श्री आर.पी. जोशी और कु. निभा कोर्राम भी शामिल थे। स्थानीय सरपंच और ग्रामीणों ने भी इस निरीक्षण में भाग लिया, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि स्थानीय समुदाय की आवाज और जरूरतों को भी ध्यान में रखा जाए।

डॉ. भुरे का यह निरीक्षण जल जीवन मिशन के लक्ष्यों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट को कम करने और समुचित जल आपूर्ति सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।