भारत-फ्रांस संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की पहल: विदेश मंत्री जयशंकर और फ्रांसीसी समकक्ष की महत्वपूर्ण बैठक
पेरिस: भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने के लिए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को पेरिस में अपने फ्रांसीसी समकक्ष जीन-नोएल बैरोट से मुलाकात की। इस बैठक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), नवाचार (इनोवेशन), कनेक्टिविटी और स्वच्छ ऊर्जा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए इन क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना आवश्यक है।
जयशंकर और जीन-नोएल बैरोट की वार्ता: एआई और नवाचार पर केंद्रित सहयोग
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बैठक के बाद अपने विचार साझा करते हुए कहा, “आज शाम पेरिस में फ्रांस के विदेश मंत्री जीन-नोएल बैरोट से मिलकर खुशी हुई। हमने एआई, नवाचार, कनेक्टिविटी और स्वच्छ ऊर्जा जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की। इसके अलावा, क्षेत्रीय और वैश्विक विकास से जुड़े मुद्दों पर भी विचार-विमर्श हुआ।”
फ्रांसीसी विदेश मंत्री ने भी इस बैठक को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, “भारत के साथ एआई हमारी रणनीतिक साझेदारी का नया क्षेत्र है। 2026 में, हम मिलकर इनोवेशन का एक फ्रेंको-भारतीय वर्ष लिखेंगे!” इस घोषणा से यह स्पष्ट होता है कि दोनों देश नवाचार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपने सहयोग को और अधिक विस्तारित करने की योजना बना रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की फ्रांस यात्रा: एआई शिखर सम्मेलन और व्यापारिक चर्चाओं का केंद्र
विदेश मंत्री जयशंकर और जीन-नोएल बैरोट की यह बैठक एआई शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता से पहले हुई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भाग लेंगे। प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को फ्रांस पहुंचे, जो उनके दो देशों के दौरे का पहला चरण है। फ्रांस के बाद वे अमेरिका की यात्रा करेंगे, जहां कई महत्वपूर्ण द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
पेरिस पहुंचने पर भारतीय प्रवासियों ने प्रधानमंत्री मोदी का भव्य स्वागत किया। इसके बाद, प्रधानमंत्री मोदी का फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एलीसी पैलेस में आयोजित विशेष रात्रिभोज में गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से मित्रतापूर्ण तरीके से गले मिलकर अभिवादन किया, जो भारत-फ्रांस संबंधों की घनिष्ठता को दर्शाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “पेरिस में अपने मित्र राष्ट्रपति मैक्रों से मिलकर बहुत खुशी हुई।”
रणनीतिक साझेदारी की नई दिशा: भारत-फ्रांस सहयोग का विस्तार
भारत और फ्रांस लंबे समय से रक्षा, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और ऊर्जा क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं। इस यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों के बीच होने वाली द्विपक्षीय वार्ता में इन साझेदारियों को और अधिक मजबूत करने पर विचार किया जाएगा। साथ ही, एआई शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करते हुए दोनों नेता वैश्विक स्तर पर एआई के जिम्मेदार और नैतिक उपयोग को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त रणनीति पर चर्चा करेंगे।
रात्रिभोज के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस से भी मुलाकात की, जो एआई शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए फ्रांस आए हुए हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि इस शिखर सम्मेलन का महत्व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बढ़ रहा है और इसमें कई प्रमुख वैश्विक नेता भाग ले रहे हैं।
फ्रांस यात्रा का महत्व और भविष्य की संभावनाएं
प्रधानमंत्री मोदी की यह फ्रांस यात्रा उनकी छठी यात्रा है, जो दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी की गहराई को दर्शाती है। भारत और फ्रांस के बीच सहयोग केवल रक्षा और व्यापार तक सीमित नहीं है, बल्कि अब यह नवाचार, एआई, स्वच्छ ऊर्जा और डिजिटल कनेक्टिविटी जैसे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों तक विस्तारित हो रहा है।
इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई नए समझौते होने की संभावना है, जिससे भारत और फ्रांस के संबंधों को और अधिक मजबूती मिलेगी। एआई और नवाचार में बढ़ते सहयोग के साथ, दोनों देश वैश्विक स्तर पर नई तकनीकों और स्थायी विकास के क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभाने की दिशा में काम कर रहे हैं।