“पेरू में भारतीय जूनियर निशानेबाजों का जलवा: टीम स्पर्धा में जीते दो स्वर्ण पदक”
लीमा: पेरू के लीमा में चल रही आईएसएसएफ जूनियर विश्व चैंपियनशिप में भारतीय निशानेबाजों ने अद्वितीय सफलता का प्रदर्शन किया, जहां उमेश चौधरी, प्रद्युम्न सिंह और मुकेश नेलवल्ली की जूनियर पुरुष टीम ने 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। इस टीम ने कुल 1726 अंक प्राप्त किए, जो उन्हें रोमानिया की टीम से 10 अंक की बढ़त दिलाने में सफल रहा। इटली ने 1707 अंकों के साथ कांस्य पदक हासिल किया, जिससे भारतीय टीम की सफलता और भी उजागर हुई।
हालांकि, इस शानदार जीत के बावजूद, उमेश चौधरी को फाइनल में देर से रिपोर्ट करने के कारण दो अंकों का जुर्माना झेलना पड़ा, जिससे वह व्यक्तिगत पदक जीतने से चूक गए। क्वालिफिकेशन राउंड में चौधरी ने 580 अंक और प्रद्युम्न ने 578 अंक हासिल करके व्यक्तिगत फाइनल में जगह बनाई, लेकिन फाइनल में उनकी स्थिति छठे और आठवें स्थान पर रही। मुकेश नेलवल्ली ने 574 अंकों के साथ क्वालिफिकेशन में नौवां स्थान हासिल किया, जिसके कारण वह फाइनल में नहीं पहुँच सके।
महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल टीम स्पर्धा में भी भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। कनिष्का डागर, लक्षिता और अंजलि चौधरी की टीम ने 1708 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता, जिसमें उन्होंने अजरबेजान को एक अंक से पीछे छोड़ा। यूक्रेन की टीम ने कांस्य पदक जीता। डागर और कनक ने क्वालिफिकेशन राउंड में समान 573 अंक प्राप्त किए, लेकिन डागर ने अतिरिक्त 10 अंकों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। फाइनल में कनक ने 217.6 अंक के साथ कांस्य पदक जीता, जबकि डागर आठवें स्थान पर रहीं।
यह प्रतियोगिता भारतीय निशानेबाजों के लिए महत्वपूर्ण साबित हुई, जहां उन्होंने न केवल टीम स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीते, बल्कि व्यक्तिगत श्रेणियों में भी अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। इस जीत ने युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया है और भारतीय निशानेबाजी के भविष्य के लिए नई संभावनाएँ खोली हैं।
