“कमला हैरिस को भारतीय अमेरिकियों का मजबूत समर्थन: राष्ट्रपति चुनाव में अहम भूमिका”

वॉशिंगटन अमेरिका में भारतीय अमेरिकियों की संख्या लगभग 5.2 मिलियन है, जिसमें से लगभग 2.3 मिलियन मतदाता हैं, जो आगामी राष्ट्रपति चुनाव में अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। अगले महीने होने वाले चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। हालिया एएपीआई सर्वेक्षण के अनुसार, भारतीय अमेरिकी समुदाय के 55 प्रतिशत मतदाता डेमोक्रेट के रूप में अपनी पहचान बताते हैं, जो इस चुनाव में हैरिस के समर्थन को और मजबूत करता है।

कमला हैरिस, जो इस चुनाव में जीतने पर अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति बन जाएंगी, भारतीय अमेरिकी समुदाय का समर्थन हासिल करने के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रही हैं। विभिन्न समुदायों के लोग उनके समर्थन में जुटे हुए हैं, और जॉर्जिया जैसे महत्वपूर्ण राज्यों में उनकी उम्मीदवारी को लेकर विशेष उत्साह है। फेडरेशन ऑफ इंडियन-अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ जॉर्जिया के महासचिव डॉ. वासुदेव पटेल ने भारतीय समुदाय की चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि यह गर्व का पल है कि भारतीय मूल के किसी व्यक्ति ने राष्ट्रपति चुनाव में अपनी दावेदारी पेश की है।

एक हालिया कार्नेगी एंडोमेंट सर्वेक्षण में 61 प्रतिशत पंजीकृत भारतीय अमेरिकी मतदाता कमला हैरिस का समर्थन करते हैं, जबकि 32 प्रतिशत डोनाल्ड ट्रंप के पक्ष में हैं। इस सर्वेक्षण में यह भी बताया गया कि भारतीय अमेरिकी महिलाओं में समर्थन की दर 67 प्रतिशत है, जो कि पुरुषों में 53 प्रतिशत है। इस प्रकार, हैरिस की उम्मीदवारी को लेकर भारतीय अमेरिकी मतदाताओं में एक सकारात्मक भावना देखी जा रही है।

चुनाव की घड़ी के निकट आते ही, दोनों उम्मीदवार मुख्य राज्यों में मतदाताओं का समर्थन जुटाने के लिए सक्रिय हैं। हैरिस के लिए यह अवसर न केवल व्यक्तिगत सफलता का प्रतीक है, बल्कि भारतीय समुदाय की भी राजनीतिक शक्ति को दर्शाता है। एक अन्य भारतीय अमेरिकी मतदाता सौरभ गुप्ता ने बताया कि उन्होंने पिछली बार ट्रंप को वोट दिया था, लेकिन इस बार वे कमला हैरिस का समर्थन करेंगे, जो दर्शाता है कि चुनाव में बदलाव की भावना गहराई से मौजूद है।

इस चुनाव में भारतीय अमेरिकी समुदाय का समर्थन जीतना बेहद महत्वपूर्ण होगा, जिससे कमला हैरिस की सफलता की संभावनाएं और भी बढ़ जाएंगी। इस चुनावी महासमर में भारतीय अमेरिकी समुदाय की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, जो राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण शक्ति बनकर उभरा है।