देहरादून में पुलिसकर्मियों समेत 9 लोगों ने मिलकर की डकैती, सस्ते डॉलर का झांसा देकर लूटे लाखों

 देहरादून:  उत्तराखंड के देहरादून से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां तीन पुलिसकर्मियों समेत कुल नौ लोगों ने मिलकर एक व्यक्ति को सस्ते डॉलर दिलाने का लालच देकर उससे लाखों रुपये लूट लिए। इस संगठित अपराध का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना प्रेमनगर थाना क्षेत्र के झाझरा इलाके में हुई, जहां पीड़ित यशपाल सिंह असवाल को डॉलर के सौदे के बहाने बुलाया गया और फिर उसे लूटकर पैसे आपस में बांट लिए गए।

कैसे रची गई साजिश?

पीड़ित यशपाल सिंह असवाल, जो कि ऋषिकेश का रहने वाला है और प्रॉपर्टी का काम करता है, को यह जाल में फंसाने के लिए आरोपियों ने बेहद सुनियोजित तरीके से योजना बनाई। उसकी मुलाकात चमोली के रहने वाले कुंदन नेगी से हुई थी, जिसने उससे कहा कि उसके कुछ परिचितों के पास 20,000 अमेरिकी डॉलर हैं, जिन्हें वे सस्ते दाम पर बेचने को तैयार हैं। इस सौदे को आकर्षक बनाने के लिए आरोपियों ने शुरुआत में 400 असली डॉलर दिखाकर यशपाल का भरोसा जीत लिया। इसके बाद उसे झाझरा इलाके में डील फाइनल करने के लिए बुलाया गया।

डकैती की वारदात

जैसे ही यशपाल तय जगह पर पहुंचा, वहां पहले से मौजूद तीन पुलिसकर्मियों सहित अन्य आरोपियों ने उसे घेर लिया। उसे धमकाया गया, मारपीट की गई और जबरन 7.50 लाख रुपये व डॉलर लूट लिए गए। लूट के बाद आरोपियों ने 2.5 लाख रुपये वापस कर दिए और बाकी रकम आपस में बांट ली।

पुलिस जांच में सामने आई पुलिसकर्मियों की संलिप्तता

घटना के बाद पीड़ित यशपाल सिंह असवाल ने तत्काल पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जब जांच शुरू हुई, तो पुलिस को यह जानकर हैरानी हुई कि इस संगठित अपराध में तीन पुलिसकर्मी भी शामिल थे। देहरादून पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपियों की धरपकड़ की और उनसे 2.5 लाख रुपये नकद और नकली डॉलर बरामद किए।

कड़ी कार्रवाई की तैयारी में पुलिस प्रशासन

इस पूरे मामले को लेकर देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि पुलिस विभाग के कर्मियों की संलिप्तता बेहद गंभीर मामला है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस प्रकार की घटनाएं कानून-व्यवस्था के प्रति जनता के विश्वास को कमजोर कर सकती हैं, इसलिए इसमें शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।

आगे की जांच और कानूनी कार्रवाई

फिलहाल पुलिस आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है और उनके आपराधिक रिकॉर्ड की जांच कर रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या इस गिरोह ने पहले भी ऐसी किसी घटना को अंजाम दिया है। पुलिस यह सुनिश्चित कर रही है कि इस मामले में सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले, ताकि भविष्य में इस तरह के अपराधों पर रोक लगाई जा सके।

जनता को सावधान रहने की जरूरत

इस घटना से यह साफ हो जाता है कि अपराधी नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने और लूटने के प्रयास में लगे रहते हैं। आम जनता को चाहिए कि वे इस तरह के लालच में न आएं और किसी भी संदिग्ध लेन-देन की सूचना तुरंत पुलिस को दें। पुलिस भी इस तरह की धोखाधड़ी से निपटने के लिए सतर्कता बढ़ा रही है, ताकि अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जा सके।

इस तरह के मामलों से बचने के लिए सतर्क रहें और किसी भी अवैध या अविश्वसनीय सौदे में न पड़ें। सही और सटीक खबरों के लिए हमारे साथ बने रहें।