महासमुंद में भीषण सड़क हादसा: तेज रफ्तार कंटेनर और कार की भिड़ंत में तीन की मौत, छह घायल, चालक फरार

महासमुंद:  छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में एक दर्दनाक सड़क हादसा सामने आया है, जहां कोमाखान थाना क्षेत्र से गुजरने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 353 पर देर रात सुअरमाल और टेमरी के बीच एक कंटेनर और कार की जोरदार टक्कर हो गई। इस हादसे में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि छह अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना के बाद कंटेनर चालक और उसका सहायक मौके से फरार हो गए, जबकि स्थानीय लोगों और पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने का काम किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

कोमाखान थाना प्रभारी नितेश ठाकुर के अनुसार, यह भीषण टक्कर रात करीब 1 बजे हुई, जब टेमरी से बागबाहरा जा रही कार क्रमांक सीजी 04 पीजे 1696 और बागबाहरा से ओडिशा की ओर जा रहे कंटेनर क्रमांक एमएच 40 एके 2648 की आमने-सामने भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखच्चे उड़ गए, जिससे कार में सवार लोगों को गंभीर चोटें आईं। इस हादसे में कार में सवार खोपली पड़ाव निवासी साहू परिवार के जोहन साहू (60) और डेढ़ साल की मासूम खुशी साहू की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, कार चला रहे पूनम साहू (39) ने महासमुंद अस्पताल में दम तोड़ दिया। कार में कुल 9 लोग सवार थे, जो शादी समारोह में शामिल होकर लौट रहे थे।

दुर्घटना में घायल अन्य छह लोगों में से दो बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें रायपुर के बड़े अस्पताल में रेफर किया गया है। वहीं, चार अन्य घायलों का इलाज बागबाहरा और महासमुंद के अस्पतालों में चल रहा है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और हादसे की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी भीषण थी कि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी और उसमें फंसे लोगों को निकालने के लिए स्थानीय लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। सड़क हादसे के बाद आसपास के लोगों में आक्रोश देखने को मिला, क्योंकि इस क्षेत्र में भारी वाहनों की तेज रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग पहले भी कई दुर्घटनाओं की वजह बन चुकी है।

फिलहाल, पुलिस कंटेनर चालक और सह चालक की तलाश कर रही है, जो हादसे के तुरंत बाद मौके से फरार हो गए थे। इस हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है, और पीड़ित परिवार के घरों में मातम पसरा हुआ है। प्रशासन और स्थानीय लोग अब इस हाईवे पर सुरक्षा इंतजामों को मजबूत करने और भारी वाहनों की गति पर नियंत्रण लगाने की मांग कर रहे हैं।