राजधानी में खौफनाक वारदात: तेलीबांधा और खम्हारडीह में हुईं तीन हत्याएं

रायपुर :  बीते 24 घंटों में राजधानी में तीन हत्याओं की वारदातों ने पूरे शहर को दहशत में डाल दिया है। तेलीबांधा और खम्हारडीह थाना क्षेत्रों में हुए इन जघन्य अपराधों ने स्थानीय समुदाय को शोक और भय की स्थिति में डाल दिया है।

पहली वारदात तेलीबांधा थाना क्षेत्र के देवार पारा में हुई, जहां एक युवक कृष वर्मा की नशे में धुत बदमाशों ने बेरहमी से हत्या कर दी। वारदात के समय कृष अपने मोहल्ले में घूम रहा था, जब रंजिश के चलते आरोपियों ने उसे धारदार हथियार से बुरी तरह से घायल कर दिया। गंभीर अवस्था में कृष को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। तेलीबांधा पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ जारी है।

खम्हारडीह थाना क्षेत्र में एक और भयावह घटना सामने आई, जहां एक बुजुर्ग दंपति पर जानलेवा हमला किया गया। इस हमले में 70 वर्षीय रत्नेश बनर्जी की जान चली गई, जबकि उनकी पत्नी माया बनर्जी का इलाज अस्पताल में चल रहा है। यह दंपति अवंती विहार में निवास करता था, और उनके प्रति किए गए इस जघन्य अपराध ने स्थानीय लोगों में आक्रोश और दुख का माहौल पैदा कर दिया है।

तीसरी हत्या खम्हारडीह थाना क्षेत्र के कचना लेबर क्वार्टर के पास हुई, जहां 30 अक्टूबर की सुबह जेसीबी ड्राइवर सुंदर साहू की हत्या कर दी गई। उसकी लाश को सड़क किनारे फेंक दिया गया था, और उसकी गर्दन और सिर पर गंभीर चोटें आई थीं। सुंदर साहू एक कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग में काम करता था और उसकी हत्या से आसपास के श्रमिकों और निवासियों में भय व्याप्त है।

इन हत्याओं की श्रृंखला ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस प्रशासन ने अपराधियों को पकड़ने और घटना की जांच में तेजी लाने का आश्वासन दिया है, लेकिन स्थानीय निवासियों में गहरा असंतोष और भय का माहौल है। ये घटनाएं न केवल पीड़ित परिवारों के लिए बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गई हैं। प्रशासन से लोगों की मांग है कि इस प्रकार की वारदातों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं और अपराधियों को सख्त सजा दिलाई जाए।