पारिवारिक कलह का खौफनाक अंत: गुमशुदगी की आड़ में पति की हत्या,आरोपी पत्नी को आजीवन कारावास
कोरबा : सिविल लाइन थाना क्षेत्र में 2019 में हुई हत्या के एक जघन्य मामले में न्यायालय ने आरोपी पत्नी सुशीला निषाद को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। यह घटना उस समय सामने आई, जब सुशीला ने अपने पति की हत्या कर शव को छिपाने की कोशिश की और पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी खुद थाने में दर्ज कराई। हत्या की घटना के पीछे पारिवारिक विवाद होने का संदेह जताया गया था, जिसमें सुशीला ने अपने पुत्र के साथ मिलकर यह अपराध अंजाम दिया।
मामले की जांच के दौरान पुलिस को ऑटो चालक से महत्वपूर्ण जानकारी मिली, जिसने हत्या के बाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए बुक किए गए ऑटो के बारे में खुलासा किया। बताया गया कि सुशीला और उसके बेटे ने शव को चटाई में लपेटकर ऑटो बुक कराया था। ऑटो चालक को जब शव के बारे में जानकारी हुई, तो सुशीला ने उसे धमकी दी कि यदि उसने किसी को भी इस घटना के बारे में बताया, तो उसे जान से मार दिया जाएगा।
पुलिस को घटना के कुछ समय बाद एक कॉफी पॉइंट के पास नरकंकाल मिला, जिसके बाद इस मामले की गहराई से जांच की गई। जांच में पाया गया कि यह नरकंकाल सुशीला के पति का था और ऑटो चालक के बयान और अन्य साक्ष्यों के आधार पर इस अपराध का खुलासा हुआ।
कोर्ट ने अपराध की गंभीरता को देखते हुए आरोपी पत्नी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई और इसे समाज के लिए एक घिनौना अपराध करार दिया। इस पूरे मामले ने लोगों को चौंका दिया, क्योंकि यह मामला न केवल हत्या का था, बल्कि एक महिला द्वारा अपने पुत्र के साथ मिलकर अपराध को छिपाने और साक्ष्यों को नष्ट करने का भी था।