रायपुर। आर्थोस्कोपिक सोसायटी रायपुर आर्थोपेडिक क्लब और हेरिटेज हॉस्पिटल कचना के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय अस्थि रोग विशेषज्ञों की प्रदेश स्तरीय कार्यशाला का आयोजन एक निजी होटल में किया गया । कार्यशाला में घुटने से संबंधित विकारों और उसके आधुनिकतम निदान के बारे में जानकारी दी गई। कार्यशाला में नी रिप्लेसमेंट के अलावा उपलब्ध अन्य तकनीकों के बारे में भी जानकारी दी गई। देश के विभिन्न शहरों से आएं विशेषज्ञ द्वारा व्याख्यान लिया गया और उसके उपरांत विशिष्ट ऑपरेशनों की आधुनिक शैली के मॉडल पर हैंड्स ऑन कार्यशाला अयोजित की गई । इस हैंड ऑन कार्यशाला में प्रदेश अस्थि रोग विशेषज्ञों को इन नई विधियों की प्रैक्टिस हड्डी के कृत्रिम मॉडलों से कराई गई। कार्यशाला के आयोजक हेरिटेज अस्पताल कचना रायपुर के आर्थ्रोस्कोपिक एवं जोड़ प्रत्यारोपण विशेषज्ञ डॉक्टर अंशू शेखर ने बताया कि आधुनिक जीवन शैली के कारण घुटने के लिगामेंट की चोटें एवं उम्र के पहले घुटने के प्रकरण आजकल बहुधा देखने में आ रहे है।
बच्चो के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ रमन श्रीवास्तव ने बताया कि घुटने के अर्थराइटिस का केवल नी रिप्लेसमेंट ही एकमात्र समाधान नहीं है। इस कार्यशाला में विशेषज्ञों ने जोड़ों की समस्याओं का रिप्लेसमेंट के अलावा जो अन्य साधन उपलब्ध है उस पर चर्चा की, जो कि प्रदेश के लोगों के लिए भविष्य में बेहद ही कारगर और सफल साबित होगी।
हेरिटेज हॉस्पिटल का नी रिप्लेसमेंट के ऑल्टरनेट पर मंथन
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