मकर संक्रांति पर आज महादेव घाट में होगी भव्य खारुन गंगा महाआरती, भजन संध्या का भी आयोजन
रायपुर। राजधानी रायपुर के महादेव घाट में बनारस व प्रयागराज की तर्ज पर खारून गंगा महाआरती का आयोजन र लगातार होते आ रहा है, पर्व विशेष पर इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। इस बार आज मकर संक्रांति के दिन भव्य महाआरती का आयोजन किया गया है। माघ मास की शुरुआत और शाही स्नान का प्रथम दिवस भी इसी दिन है। खारुन गंगा महाआरती के संस्थापक एवं करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह तोमर एवं खारुन गंगा महाआरती प्रमुख आचार्य धीरज शास्त्री ने बताया कि वैसे तो हर पूर्णिमा पर यह आरती होती है पर इस बार महापर्व के रूप में मकर संक्रांति को यह बड़े ही भव्य स्वरूप में किया जा रहा है। इस अवसर पर धार्मिक भजन संध्या में लल्लू भैया की भजन संध्या होगी। पूरे आयोजन को भव्य रूप देने ऋषभ सिंह ठाकुर, सूर्या वर्मा, कायम सिंह, सुनील सिंह (बबलू), पप्पू सिंह, अखिलेश सिंह, प्रभात सिंह, प्रिया सिंह व पूरी टीम लगी हुई है। बता दें विगत वर्ष 108 ब्राह्मणों द्वारा महाआरती एवं कैलाश खैर की भजनामृत के साथ 251 मीटर की चुनरी मां गंगा को समर्पित कर रिकार्ड स्थापित किया गया था।
महाआरती के माध्यम से नदियों और पर्यावरण के संरक्षण का अनूठा प्रयास
माँ खारून गंगा महाआरती, जो पिछले दो वर्षों से महादेव घाट पर निरंतर आयोजित की जा रही है, नदियों और पर्यावरण के संरक्षण का एक महत्वपूर्ण प्रतीक बन चुकी है। खारून नदी, जिसे पहले सिर्फ एक साधारण नदी के रूप में देखा जाता था, गंगा आरती के आरंभ के बाद अब श्रद्धालुओं द्वारा “मां खारून” के रूप में सम्मानित की जा रही है। इस परिवर्तन का श्रेय माँ खारून गंगा महाआरती जन सेवा समिति और करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह तोमर जी के अथक प्रयासों को जाता है। खारून गंगा आरती का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ लोगों में नदियों के प्रति आस्था और जागरूकता को बढ़ावा देना है। इस धार्मिक आयोजन ने समाज में खारून नदी के प्रति गहरी श्रद्धा और जिम्मेदारी का भाव पैदा किया है, और लोग अब इसे एक पूजनीय नदी के रूप में देख रहे हैं।