राज्यपाल रमेन डेका ने भूपेन हजारिका को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की
रायपुर : आज, राज्यपाल रमेन डेका ने राजभवन में भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने डॉ. हजारिका के सांस्कृतिक योगदान को सराहा, जो न केवल असम, बल्कि पूरे भारत की सांस्कृतिक धरोहर को समृद्ध करते हैं। राज्यपाल ने कहा कि डॉ. हजारिका केवल एक गायक और संगीतकार नहीं थे, बल्कि एक बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ी।
डॉ. हजारिका ने न केवल अपने संगीत से लोगों के दिलों को छुआ, बल्कि उन्होंने कई फिल्मों का निर्देशन भी किया और भारतीय संगीत अकादमी के निर्देशक के रूप में भी कार्य किया। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ अपनी मित्रता को भी याद किया, जो उनकी बहुआयामी सोच और विचारधारा को दर्शाता है। डॉ. हजारिका ने असम विधानसभा के विधायक के रूप में भी अपने योगदान के लिए पहचान बनाई।
इस समारोह में राज्यपाल के सचिव यशवंत कुमार, संयुक्त सचिव हिना अनिमेष नेताम और राजभवन के अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भी डॉ. हजारिका के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। राज्यपाल ने कहा कि डॉ. हजारिका की विरासत, उनके गीत और कार्य हमेशा हमारे लिए प्रेरणा के स्रोत बने रहेंगे। उनके संगीत ने समाज में एकता और सद्भावना को बढ़ावा दिया, और उनकी रचनाएं आज भी लोगों के दिलों में बसी हुई हैं।
इस विशेष अवसर पर, राज्यपाल ने यह भी उल्लेख किया कि डॉ. भूपेन हजारिका का संगीत न केवल असम की मिट्टी की गहराई को दर्शाता है, बल्कि यह पूरे भारत की विविधता और एकता को भी सहेजता है। उन्होंने सभी को प्रेरित किया कि वे डॉ. हजारिका के मार्गदर्शन में आगे बढ़ें और सांस्कृतिक धरोहर को संजोएं। इस श्रद्धांजलि समारोह ने यह स्पष्ट कर दिया कि डॉ. हजारिका की छवि और उनका संगीत हमेशा हमारे साथ रहेगा।