“दीप प्रज्वलन के दौरान आग की चपेट में आए केरल के राज्यपाल, सोने की तस्करी पर उठाए सख्त सवाल”

तिरुवनंतपुरम केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान एक अप्रत्याशित हादसे का शिकार हो गए। यह घटना पलक्कड़ में सबरी आश्रम के शताब्दी समापन समारोह के दौरान हुई, जब राज्यपाल दीप प्रज्वलन कर रहे थे। जैसे ही उन्होंने दीप जलाने के लिए झुकने का प्रयास किया, उनके शॉल के सिरे में अचानक आग लग गई। इस घटना से वहां मौजूद लोग घबरा गए, लेकिन सुरक्षा कर्मियों की तेज़ी से कार्रवाई के चलते आग को तुरंत बुझा लिया गया, जिससे राज्यपाल को कोई शारीरिक नुकसान नहीं पहुंचा।

यह घटना राज्यपाल के दौरे के उस हिस्से की एक छोटी घटना बन गई, लेकिन इसके बाद उन्होंने अपने भाषण में राज्य सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने सोने की तस्करी और उससे जुड़े राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों पर कड़ा रुख अपनाया। राज्यपाल ने विशेष रूप से मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से पूछा कि राज्य में सोने की तस्करी और उससे प्राप्त धन का उपयोग राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में कैसे हो रहा है, और इस पर अब तक क्या कार्रवाई की गई है।”दीप प्रज्वलन के दौरान आग की चपेट में आए केरल के राज्यपाल, सोने की तस्करी पर उठाए सख्त सवाल”

राज्यपाल ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। उन्होंने मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को इस मामले की पूरी जानकारी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई सामने नहीं आई है। उनका कहना था कि केवल मीडिया में बयान देना और कोई कार्रवाई न करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी को दर्शाता है। राज्यपाल ने इस पर नाराज़गी जताई और कहा कि जब वह तिरुवनंतपुरम लौटेंगे, तो सरकार से इस पूरे मामले की रिपोर्ट मांगेंगे।

यह टिप्पणी तब सामने आई जब मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने एक इंटरव्यू में यह कहा था कि मलप्पुरम जिले के करीपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के माध्यम से सोने की तस्करी की जा रही है, और हवाला के जरिए प्राप्त धन का उपयोग राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के लिए किया जा रहा है। इस पर राज्यपाल ने सीधे तौर पर सरकार से जवाब तलब किया है कि आखिर क्यों इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, और यदि की गई है तो अब तक के नतीजे क्या हैं।