तेरापंथ धर्मस्थल गुवाहाटी में आयोजित जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के कार्यक्रम में सम्मिलित हुए राज्यपाल डेका

गुवाहाटी :  असम राज्य के गुवाहाटी में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में राज्यपाल रमेन डेका ने भाग लिया, जहां उन्होंने तेरापंथ धर्मस्थल में युगप्रधान आचार्य महाश्रमणजी के शिष्य मुनि प्रशांत कुमारजी और मुनि कुमुद कुमारजी के पावन सान्निध्य में एक अहम कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम का आयोजन जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा द्वारा किया गया था, जिसका मुख्य विषय था “वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अध्यात्म का महत्त्व”।

तेरापंथ धर्मस्थल, गुवाहाटी में श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुए राज्यपाल श्री रमेन डेका

कार्यक्रम में राज्यपाल डेका ने अपने विचार साझा करते हुए अध्यात्म और धार्मिक मूल्यों की अहमियत को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में जब समाज में कई तरह के बदलाव हो रहे हैं, ऐसे में अध्यात्म का मार्गदर्शन और आंतरिक शांति बेहद महत्वपूर्ण हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि जैन धर्म के अनुशासन और सिद्धांत न केवल आत्मिक उन्नति के लिए, बल्कि समाज में शांति, अहिंसा और समरसता को बढ़ावा देने में भी सहायक होते हैं।

इस कार्यक्रम में मुनि प्रशांत कुमारजी और मुनि कुमुद कुमारजी ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए, जिन्होंने जैन धर्म की शिक्षाओं और तेरापंथ धर्मसंप्रदाय की समग्र दृष्टि के बारे में उपस्थित लोगों को जानकारी दी। उनका संदेश था कि जीवन में संतुलन, आंतरिक शांति और ध्यान की आवश्यकता है, ताकि हम बाहरी दुनिया के विक्षोभों से ऊपर उठ सकें और एक सशक्त समाज का निर्माण कर सकें।

तेरापंथ धर्मस्थल, गुवाहाटी में श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुए राज्यपाल श्री रमेन डेका

यह कार्यक्रम तेरापंथी समुदाय के अनुयायियों और धर्मप्रेमियों के लिए एक प्रेरणादायक अवसर साबित हुआ, जहां उन्होंने अपने धार्मिक और आध्यात्मिक जीवन को और अधिक गहराई से समझने का प्रयास किया।