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रविवि के कार्यक्रम में राज्यपाल अनुसुईया उइके ने किया सम्मान,विश्वविद्यालय में जल्द 115 महिलाओं को पीएचडी और 33 स्वर्ण पदक

रायपुर। पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय ने मंगलवार को पं. दीनदयाल उपाध्याय सभागृह साईंस कॉलेज परिसर में राज्यपाल के मुख्य आतिथ्य में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया।  विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर केशरीलाल वर्मा, रजिस्ट्रार डॉ. गिरीशकांत पाण्डेय और विभाग / अध्ययनशाला के समस्त शिक्षक और प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।
राज्यपाल अनसुईया उईके ने समारोह में कहा कि सम्मान ही तो नई ऊर्जा देता है,काम करने के लिए | छत्तीसगढ़ी महिलाओं ने सशक्तिकरण में एक मिसाल कायम की है। हमें पर्यावरण को बचाना बेहद ज़रूरी है। महिलाओं, बालिकाओं को  हर कठिनाई का सामना करने की हिम्मत होनी चाहिए।
एनएसएस में हमें व्यवहारिक ज्ञान मिलता है। अनुशासन, कार्यक्षमता और नेतृत्व का माहौल मिलता है। यहां हमारे व्यक्तित्व का विकास होता है। 40 ट्राइबल महिलाओं ने मिलकर जंगल बचाने का बीड़ा उठाया। यहां की महिलाओं में समर्पण भाव है। यही उनको अन्य से अलग बनाती है। चुनौतियों को आत्मविश्वास के साथ लेकर आगे बढ़ें, सफलता आपके कदम चूमेंगी।
छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक  ने कहा कि आज का दिन हर महिला के लिए गौरव का दिन होता है। हर महिला के लिए एक ही दिन नहीं होता, 365 दिन होते हैं। 1908 में यह विचार अमेरिका से आया महिला दिवस मनाने का। हम हैं तो जगत, सृष्टि है। हम सभी में सारी शक्तियां हैं। बेटियों को सशक्त बनने का संस्कार देना हैं। बेटों को भी थोड़ा संस्कार दें कि महिलाओं का आदर करें। बेटियों के जैसे बेटों को भी संस्कार दें। उनको बेटियों के जैसा ही पाले पोसें ।
सतोविषा समजदार डीएफओ रायपुर ने कहा कि बालोद, धमतरी सुकमा, दंतेवाड़ा,दुर्ग ट्रेनिंग के तीसरे दिन पता चल गया है। दंतेवाड़ा दुर्ग में कार्य करते समय मुझे जानकारी हुई कि लैंगिक विषमता ही असली समस्या है। 33 प्रतिशत तक जंगल स्वच्छ पर्यावरण के लिए होना चाहिए। वन विभाग और पुलिस 
में महिलाओं की संख्या में बढ़नी चाहिए। साथ ही समाज सेवा व राष्ट्र सेवा में अपना सहयोग दें।
प्रो. रीतावेणुगोपाल ने कहा कि हमें लैंगिग समानता के साथ परिवार, समाज, देश के साथ विश्व – कल्याण की ओर बढ़ना है ।
मोमेंटम संस्था से डॉ. अंजन चटोराज ने कहा कि हमारी संस्था ने कोविड टीकाकरण का बीड़ा उठाया । जागरूकता के साथ कोविड टीकाकरण अभियान संपन्न किया । कुलपति प्रो. केशरीलाल ने  अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय परिसर में शक्ति स्वरूपा मां बंजारी देवी का मंदिर है। इसमें प्रत्येक वर्ष नवरात्रि में 1500 ज्योत जलते हैं। महिला अध्ययन केंद्र महिलाओं के लिए शोध, शिक्षण और विकास के लिए समपित है।  विश्वविद्यालय ने 5 गांव गोद लिया गया है। यहां विभिन्न प्रशिक्षण कार्य होते हैं। साथ ही सृजनशील विदुषी महिला समिति का गठन किया गया है। इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम सामाजिक कार्य व कोविड वैक्सीनेशन का सुचारू रूप से कार्य संपन्न हो रहा है। विश्वविद्यालय में जल्द 115 महिलाओं को पीएचडी की उपाधि और 33 स्वर्ण पदक दिया जाएगा।
कुलसचिव प्रो. गिरीशकांत पाण्डेय ने अपने उद्बोधन में सभी को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई दी। उन्होंने सभी अतिथियों और सम्मानित संस्थाओं का आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में लगभग 800 से अधिक लोगों ने पंजीयन कराया।



*सरकारी समूह और एनजीओ को सम्मानित किया गया*

1. नाचा फाउंडेशन
2. छत्तीसगढ़ महिला मंच – शताब्दी पांडे एवं समूह
3. सखी फाउंडेशन- नीलम सिंह एवं समूह
4. उत्कल महिला समाज – सावित्री जगत एवं सदस्य
5. निवेदिता फाउंडेशन – स्व.   शिल्पा देवी के स्थान पर पुत्री  निवेदिता दास एवं पुत्र विवेक दास
6. सृजनशील विदुषी महिला समिति
पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय
प्रो. माया वर्मा, अध्यक्ष
स्व सहायता समूह
जय संतोषी समूह (कुलेशिया वर्मा एवं साथी)
पिंक गश्त ( पुलिस मुख्यालय)
समाज कल्याण विभाग ( साधना नायक)
प्रज्ञा संस्था ( श्रीमती भोंसले)
खेल एवं युवा कल्याण विभाग (पैरा .-ईश्वरी निषाद
राज्यभवन में पीआरओ पद पर कार्यरत हर्षा पुराणिक(
पूर्व छात्रा पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय )

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