गांधी जयंती 2024: PM करेंगे 9600 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन, ‘स्वच्छ भारत दिवस’ कार्यक्रम में लेंगे भाग
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज विज्ञान भवन,नई दिल्ली में आयोजित ‘स्वच्छ भारत दिवस 2024’ कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस खास अवसर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयंती पर स्वच्छता के प्रति देश की प्रतिबद्धता को और मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शुभारंभ किया जाएगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी बयान के अनुसार, यह कार्यक्रम स्वच्छ भारत मिशन की 10वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है, जो 2014 में गांधी जयंती के दिन शुरू किया गया था। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी 9600 करोड़ रुपये से अधिक की स्वच्छता और विकास से संबंधित परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, जो भारत के शहरी जल, सीवेज और अपशिष्ट प्रबंधन के बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
मुख्य परियोजनाओं में शामिल हैं:
- अटल कायाकल्प और शहरी परिवर्तन मिशन (AMRUT) और AMRUT 2.0: 6800 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्देश्य शहरी जल आपूर्ति, सीवेज प्रणालियों और बुनियादी ढांचे को उन्नत करना है।
- स्वच्छ गंगा के लिए राष्ट्रीय मिशन: 1550 करोड़ रुपये से अधिक की 10 परियोजनाएं गंगा बेसिन में जल गुणवत्ता और अपशिष्ट प्रबंधन को सुधारने पर केंद्रित हैं। इन परियोजनाओं से गंगा नदी की स्वच्छता और संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
- गोबर धन योजना: इस योजना के तहत 1332 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से 15 संपीड़ित बायोगैस (CBG) संयंत्र स्थापित किए जाएंगे। यह परियोजना ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ावा देने और ऊर्जा उत्पादन में योगदान करेगी।
कार्यक्रम में भारत की स्वच्छता उपलब्धियों की झलक भी प्रस्तुत की जाएगी, जो पिछले एक दशक में स्वच्छ भारत मिशन के माध्यम से हासिल की गई हैं। साथ ही, यह आयोजन स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 के अगले चरण के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा, जिसकी थीम ‘स्वाभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता’ है। इस थीम के तहत, देश को एक बार फिर स्वच्छता, सार्वजनिक स्वास्थ्य, और पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने की प्रेरणा मिलेगी।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा इस मंच पर स्वच्छ भारत मिशन की 10वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में भारत की आगामी योजनाओं का खाका प्रस्तुत किया जाएगा, जो इस राष्ट्रीय आंदोलन के अगले चरण की दिशा को स्पष्ट करेगा। कार्यक्रम में देशभर से जुड़े कई अधिकारी, विशेषज्ञ, और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे, जो इस मिशन को और भी व्यापक बनाएंगे।
आज का यह दिन महात्मा गांधी के स्वच्छता के प्रति दृष्टिकोण को फिर से आत्मसात करने और भारत को एक स्वच्छ, स्वस्थ और सतत भविष्य की ओर अग्रसर करने का अवसर प्रदान करेगा।