छतरपुर में जुए की लत ने पार की हदें: पत्नी को दांव पर लगाकर हारने वाले पति की शर्मनाक करतूत, प्रताड़ना से घायल महिला ने मांगा इंसाफ

छतरपुर:  मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक व्यक्ति ने जुए में अपनी ही पत्नी को दांव पर लगाकर हार दिया। यह मामला गुलगंज थाना क्षेत्र के एक गांव का है, जहां पीड़िता ने अपने पति और उसके परिजनों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का कहना है कि जब उसने अपने पति की मांग पूरी करने से इनकार किया, तो उसे बेरहमी से प्रताड़ित किया गया, जिससे उसके शरीर पर गंभीर चोटें आईं।

गुलगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली मालिनी सिंह ठाकुर (परिवर्तित नाम) ने जब पुलिस के पास पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई, तो वहां मौजूद अधिकारी और अन्य लोग भी हैरान रह गए। महिला ने बताया कि उसका पति राजू सिंह गौड़ (परिवर्तित नाम) को जुए की लत है और वह अक्सर जुआ खेलता रहता है। घर का सामान तक दांव पर लगाकर हारने वाला यह व्यक्ति इस बार अपनी हदें पार कर गया और जुए में अपनी पत्नी को ही दांव पर लगा दिया।

पत्नी को जुए में हारने के बाद आरोपी पति घर पहुंचा और महिला से पैसे मांगने लगा। जब महिला ने पैसे देने से इनकार कर दिया, तो वह गुस्से में आ गया और मारपीट करने पर उतारू हो गया।

पीड़िता ने बताया कि पैसे न देने पर उसका पति और उसके परिवार के अन्य सदस्यों ने मिलकर उसे बेरहमी से पीटा। इस दौरान उसके कपड़े तक फाड़ दिए गए और उसके शरीर पर गंभीर चोटें आईं। महिला के अनुसार, “जब मैंने पैसे देने से मना किया तो पति ने अपने परिजनों के साथ मिलकर मेरे साथ मारपीट की। मुझे निर्वस्त्र कर रातभर पीटा गया, जिससे मेरे गुप्तांग पर भी गंभीर चोटें आई हैं।”

इस भयावह घटना के बाद, जब महिला छतरपुर के एसपी ऑफिस पहुंची, तो वह सही से चल भी नहीं पा रही थी। उसकी हालत इतनी गंभीर थी कि उसे पुलिसकर्मियों की मदद से अंदर ले जाया गया। महिला ने पुलिस अधिकारियों से अपनी आपबीती सुनाई और न्याय की गुहार लगाई।

घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज किए और तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी पति राजू सिंह गौड़ और उसके दो अन्य परिजनों के खिलाफ मारपीट और प्रताड़ना की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की पूरी जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी होगी।

इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में भी आक्रोश है। कई सामाजिक संगठनों ने इस घटना की निंदा करते हुए पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की है। महिला आयोग और अन्य संगठनों से भी मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की जा रही है ताकि आरोपी को कड़ी सजा मिल सके।

इस मामले ने समाज में जुए की बढ़ती प्रवृत्ति और इसके दुष्परिणामों को एक बार फिर उजागर कर दिया है। यह पहली बार नहीं है जब किसी व्यक्ति ने जुए में परिवार की संपत्ति गंवाई हो, लेकिन इस घटना में पति ने अपनी पत्नी को ही दांव पर लगाकर हद पार कर दी।

अब सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई कब होगी? क्या प्रशासन इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाएगा? या फिर महिलाएं इसी तरह प्रताड़ित होती रहेंगी और न्याय के लिए दर-दर भटकने को मजबूर होंगी?

फिलहाल, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है। महिला को उम्मीद है कि उसे न्याय मिलेगा और आरोपी पति को सजा होगी, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति इस हद तक न जाए कि वह अपने ही परिवार को जुए में हारने की जुर्रत करे।