शराब घोटाले में ED से 2 घंटे की पूछताछ के बाद पूर्व मंत्री कवासी लखमा का बड़ा बयान: ‘राजनीतिक प्रतिशोध का शिकार हूँ

रायपुर :  छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा से प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा शराब घोटाले मामले में पूछताछ का सिलसिला जारी है। इस पूछताछ में लगभग 2 घंटे का समय बीत चुका है, लेकिन इससे पहले कवासी लखमा ने एक बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने अपनी मुश्किलों को राजनीति से जुड़ा हुआ बताया है। लखमा का कहना है कि वह सरकार के निशाने पर हैं क्योंकि उन्होंने विधानसभा में बस्तर क्षेत्र की आवाज़ उठाई है। उन्होंने यह आरोप लगाया कि उन्हें फंसाने और परेशान करने के उद्देश्य से सरकार द्वारा उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

कवासी लखमा ने अपनी सख्त प्रतिक्रिया में कहा कि बस्तर क्षेत्र की जनता हमेशा उनके पक्ष में खड़ी है, और वह हमेशा इस क्षेत्र की हितों की रक्षा करते रहेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका राजनैतिक संघर्ष व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि यह सत्ता के खिलाफ एक मिशन है। लखमा ने यह बताया कि वह पिछले 25 वर्षों से विधायक के रूप में काम कर रहे हैं, और उनके पास सिर्फ 6 एकड़ ज़मीन है। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि इस छापे का कोई व्यक्तिगत कारण नहीं है, बल्कि यह राजनीति के चलते किया जा रहा है।

अपने बयान में लखमा ने यह भी कहा कि उनका कोई ख़ास संपत्ति नहीं है और उन्हें कोई नगद राशि या फूटी कौड़ी भी नहीं मिली है। उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया और अन्य सूत्रों से जो भी आरोप लग रहे हैं, वे पूरी तरह से झूठे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने कभी गलत काम नहीं किया और जो भी आरोप लगाए जाएं, सच्चाई कभी भी छुप नहीं सकती। लखमा ने इस मामले में कानून का पूरा पालन करने की बात कही और यह भी भरोसा दिलाया कि वह कोई भी गलत काम नहीं करेंगे और इस मामले में जो भी न्याय होगा, उसे वह सम्मान देंगे।

कवासी लखमा ने यह आरोप भी लगाया कि उन्हें राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा परेशान किया जा रहा है, और उन्हें इस स्थिति में लाकर केवल राजनीतिक फायदे का निचोड़ा जा रहा है। हालांकि, वह कहते हैं कि यह सब व्यर्थ है क्योंकि उनका आत्मविश्वास बरकरार है और बस्तर क्षेत्र की आवाज़ उठाने में वे कभी नहीं चूकेंगे।