नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन: MP के 17 लोग फंसे, प्रशासन से मदद की अपील, मौत का आंकड़ा 200 के पार
जबलपुर: नेपाल में आए बाढ़ और भूस्खलन ने तबाही मचा दी है, जिससे हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। इस प्राकृतिक आपदा के चलते अब तक 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। मध्य प्रदेश से संबंधित 17 तीर्थ यात्री नेपाल में फंसे हुए हैं, जिसमें जबलपुर का एक परिवार भी शामिल है। ये सभी तीर्थ यात्री भगवान पशुपतिनाथ के मंदिर के दर्शन के लिए नेपाल गए थे, लेकिन अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन ने उनके जीवन को संकट में डाल दिया।
फंसे हुए यात्रियों ने अपने हालात का विवरण देते हुए वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने प्रशासन से तत्काल मदद की गुहार लगाई है। जानकारी के अनुसार, जबलपुर का बरहैया परिवार नेपाल में दर्शन करने गया था, वहीं डिंडोरी और रीवा के भी तीर्थ यात्री वहां उपस्थित थे। जब बाढ़ और भूस्खलन ने तबाही मचाई, तब ये तीर्थ यात्री सिंधुली घाटी और काठमांडू के बीच अपनी निजी गाड़ी में फंस गए।
जिला प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए संपर्क स्थापित कर परिवारों को सुरक्षित वापस लाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। रविवार दोपहर 1 बजे हेलीकॉप्टर की मदद से सभी फंसे हुए लोगों को काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास लाया गया। वर्तमान में जबलपुर का बरहैया परिवार काठमांडू के मारवाड़ी धर्मशाला में सुरक्षित है।
इस संकट के दौरान, जबलपुर जिला प्रशासन ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने लोगों से अपील की है कि यदि कोई परिवार नेपाल की बाढ़ में फंसा है, तो वे प्रशासन को सूचित करें। अब तक मिली जानकारी के अनुसार, नेपाल की इस भीषण बाढ़ में रीवा के 4, डिंडोरी के 7, और जबलपुर के 6 लोग फंसे हुए हैं, जिनकी सुरक्षित निकासी के लिए प्रशासन लगातार प्रयासरत है।