“शिमला के सेरी गांव में आग का कहर: चार घर जलकर खाक, समय पर पहुंची मदद से टला बड़ा हादसा”

शिमला:   हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रोहड़ू के पास स्थित सेरी गांव में सोमवार सुबह तड़के 4:30 बजे एक भयानक आग की घटना ने गांववासियों को हिला कर रख दिया। इस अग्निकांड में चार घर पूरी तरह से जलकर खाक हो गए। राहत की बात यह रही कि इस हादसे में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। आग लगने की खबर मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग हरकत में आ गए, और तीन दमकल केंद्रों से गाड़ियां मौके पर पहुंचाई गईं। दमकल कर्मियों और ग्रामीणों के सामूहिक प्रयासों से काफी मशक्कत के बाद आखिरकार आग पर काबू पाया गया। आग इतनी भयानक थी कि पूरे गांव पर खतरा मंडराता नजर आ रहा था। अगर समय पर कार्रवाई न की गई होती, तो नुकसान और भी बढ़ सकता था।

बताया जा रहा है कि सेरी गांव में अधिकांश मकान लकड़ी के बने हुए हैं, जिसके कारण आग तेजी से फैल गई और कई घरों को अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में स्थानीय लोगों की तत्परता और दमकल कर्मियों की तुरंत कार्रवाई ने बड़ी अनहोनी से बचा लिया। ग्रामीणों ने भी आग बुझाने में पूरी मदद की, और उनकी सूझबूझ ने आग के प्रसार को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

आग लगने के कारण का फिलहाल पता नहीं चल सका है। प्रशासन ने घटनास्थल पर जांच शुरू कर दी है और संभावित कारणों का पता लगाने में जुट गया है। स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं और आग से प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। यह घटना एक बार फिर से इस बात को उजागर करती है कि पहाड़ी इलाकों में बने लकड़ी के मकान कितने जोखिम में होते हैं।