बेटे के जन्मदिन से पहले चित्रकूट जा रहे परिवार पर हमला, पड़ोसी ने की चलती कार में हत्या
हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर के गुजैनी क्षेत्र में एक परिवार, जो अपने बेटे के जन्मदिन से पहले चित्रकूट दर्शन के लिए निकला था, एक भयानक घटना का शिकार हो गया। परिवार के पड़ोसी त्रिभुवन उर्फ चाचा ने अपने साथी के साथ मिलकर इस परिवार को झांसे में लेकर चलती कार में जान से मारने का प्रयास किया। घटना की शुरुआत तब हुई जब सूरज यादव, उनकी पत्नी अमन यादव (35), 10 वर्षीय बेटा रामजी और ढाई वर्षीय बेटी परी एक किराए की कार में चित्रकूट जाने के लिए रवाना हुए।
घटना की रात, जब कार जनपद जालौन के जरिया क्षेत्र में पहुंची, तो त्रिभुवन और उसके साथी ने अमन का गला कसकर हत्या कर दी। सूरज ने इस हमले से खुद को बचाने के लिए कार की खिड़की से कूदकर झाड़ियों में छिपने का प्रयास किया, जबकि आरोपी अपनी हरकतों को जारी रखते हुए बेटे रामजी का गला कसने लगे। रामजी को मरणासन्न समझकर आरोपी उसे सड़क किनारे फेंक कर भाग गए। वहीं, उनकी छोटी बेटी परी को जालौन जनपद की सीमा पर छोड़ दिया गया।
पुलिस ने सूरज की तहरीर पर अपहरण का मामला दर्ज किया और बाद में जब अमन का शव राठ-उरई मार्ग पर मिला, तो हत्या की धाराएं भी जोड़ी गईं। पुलिस ने कार को बरामद कर चालक को हिरासत में लिया है और मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त जांच शुरू कर दी है।
सूरज और अमन का परिवार त्रिभुवन के साथ पहले भी चित्रकूट जा चुका था, इसलिए उन्हें यह नहीं पता था कि पड़ोसी के मन में उनके लिए बुरा इरादा है। इस घटना ने पूरे समुदाय को हिलाकर रख दिया है, और पड़ोसी परिवार की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। अमन की निर्मम हत्या के बाद, पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित की हैं।
सूरज ने घटना की सूचना देने के लिए स्थानीय पुलिस थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई। इस समय जालौन जनपद की पुलिस मासूम परी को सुरक्षित रूप से अपने पास ले गई है, जबकि घायल रामजी को मंदिर में पुजारी के पास पहुंचा दिया गया। यह घटना न केवल इस परिवार के लिए एक गहरी त्रासदी है, बल्कि यह समाज में सुरक्षा और विश्वास को भी चुनौती देती है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और उम्मीद की जा रही है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।