रेलवे स्टेशनों पर स्वच्छता और गुणवत्ता की मिसाल: बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग सम्मानित
बिलासपुर: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग रेलवे स्टेशनों को “ईट राईट स्टेशन” प्रमाणन से नवाजा गया है, जो यात्रियों के लिए खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता सुनिश्चित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह प्रमाणन भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के चिकित्सा विभाग के संयुक्त प्रयासों का नतीजा है। इस पहल का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों पर खाद्य मानकों को उच्चतम स्तर तक ले जाना और यात्रियों को स्वच्छ, सुरक्षित और पौष्टिक भोजन प्रदान करना है।
प्रमाणन की मुख्य विशेषताएं:
- खाद्य लाइसेंस अनुपालन
बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग स्टेशनों पर मौजूद सभी खाद्य स्टॉलों ने आवश्यक खाद्य लाइसेंस प्राप्त किए हैं। यह सुनिश्चित करता है कि हर विक्रेता FSSAI द्वारा निर्धारित मानकों का पालन करे और उच्च गुणवत्ता का भोजन परोसे। - स्वास्थ्य जांच और सुरक्षा
सभी विक्रेताओं को अपनी शारीरिक और चिकित्सीय फिटनेस साबित करने के लिए व्यापक मेडिकल परीक्षण से गुजरना पड़ा। यह कदम सुनिश्चित करता है कि खाद्य विक्रेताओं का स्वास्थ्य किसी भी प्रकार से ग्राहकों के लिए जोखिम पैदा न करे। - व्यापक प्रशिक्षण
विक्रेताओं को FSSAI के तहत आयोजित खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता (FoSTaC) प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य विक्रेताओं को स्वच्छता बनाए रखने और खाद्य प्रबंधन के नवीनतम तरीकों को अपनाने के लिए तैयार करना है। - स्वतंत्र ऑडिट
प्रमाणन प्रक्रिया के हिस्से के रूप में, FSSAI द्वारा मान्यता प्राप्त एक स्वतंत्र ऑडिटिंग एजेंसी ने इन स्टेशनों का गहन निरीक्षण किया। इस ऑडिट के दौरान सभी मानकों का कड़ाई से पालन किया गया। - पानी की गुणवत्ता सुनिश्चित करना
इन स्टेशनों पर उपयोग किए जाने वाले पानी की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय चिकित्सालय में स्थित NABL (नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लेबोरेटरीज) लैब में पानी का जीवाणु और रासायनिक विश्लेषण किया गया।
बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग जैसे प्रमुख रेलवे स्टेशन, जहां प्रतिवर्ष लगभग 45 लाख यात्री यात्रा करते हैं, के लिए “ईट राईट स्टेशन” प्रमाणन यात्रियों को स्वस्थ और सुरक्षित भोजन उपलब्ध कराने का एक बड़ा कदम है। यह पहल रेलवे की यात्राओं को और भी आरामदायक और भरोसेमंद बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।
इस पूरी प्रक्रिया में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के दक्षिण महाप्रबंधक नीनु इटियेरा का मार्गदर्शन और सहयोग बेहद महत्वपूर्ण रहा। उनके नेतृत्व में, चिकित्सा विभाग और FSSAI की टीम ने यह सुनिश्चित किया कि सभी मानकों का पालन किया जाए और यात्रियों को सर्वोत्तम सुविधाएं प्रदान की जा सकें।
यह पहल न केवल यात्रियों के लिए बेहतर खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता सुनिश्चित करती है, बल्कि रेलवे स्टेशनों को एक आदर्श मॉडल में बदलने की दिशा में भी एक प्रमुख कदम है। यह प्रमाणन न केवल यात्रियों का विश्वास बढ़ाता है, बल्कि यह सार्वजनिक स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति रेलवे की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
भारत में खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए ऐसी पहलें अन्य रेलवे स्टेशनों और सार्वजनिक स्थलों के लिए भी एक प्रेरणा के रूप में काम कर सकती हैं।